गोंडा जिले के सरैंया चौबे गांव में हुए जमीनी विवाद ने गांव जंग का अखाड़ा और उथल-पुथल से भर दिया। इस विवाद के कारण दोनों पक्षों के बीच भयानक जंग भी खड़ी हो गई, जिसमें मारपीट और हमले की शिकार तीन लोग घायल हो गए, जिनमें एक छोटी बच्ची भी शामिल थी।
प्रारंभ में यह विवाद जमीन के मालिकाना हक के चलते शुरू हुआ था, और धीरे-धीरे यह बड़ी बड़ी बातों में तब्दील हो गया। जिसके चलते दोनों पक्ष अपनी तहरीरें पेश करने के बाद क्रॉस FIR दर्ज करवा दिया।
घटना के अनुसार, एक युवक को अपने मित्र के साथ मिलकर दूसरी पक्ष के सदस्यों ने पेड़ से बांधकर पीटा था। इस हमले में वे खुद भी घायल हो गए थे, लेकिन उन्होंने अपने मित्र को बचाने के लिए बहुत साहस दिखाया।
पुलिस ने तुरंत ही घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया और घटना की जांच शुरू की। जमीनी विवाद की वजह से गांव में बड़ा हड़कंप महसूस हुआ और स्थानीय लोग इस पर चिंतित थे कि इसके बाद क्या होगा।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि जमीन के मामले में उचित और शांतिपूर्ण समझौता की महत्वपूर्णता है। विवादों को हल करने के लिए समझदारी और सहमति की आवश्यकता होती है ताकि इससे जुड़े सभी लोग बिना किसी हानि के आगे बढ़ सकें।