
ुरानी पेंशन की मांग को लेकर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गोंडा में शिक्षकों व कर्मचारियों ने गांधी पार्क से अंबेडकर चौराहे तक पैदल मार्च निकाला और पुरानी पेंशन को बहाल किए जाने की मांग की। आंदोलन कर रहे शिक्षकों कर्मियों ने कहा एनपीएस पूर्ण रूप से धोखा है। इसलिए पुरानी पेंशन से कम कुछ भी मंजूर नहीं है अटेवा जिलाध्यक्ष अमर यादव ने कहा कि अटेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बन्धु के आह्वान पर बृहस्पतिवार को पूरे देश के अलग अलग राज्यों मे हर जिले पर पेंशन मार्च निकाला जा रहा है। देश के लगभग एक करोड़ शिक्षक कर्मचारी पेंशन विहीन है और लगातार आंदोलन कर रहे हैं। एक दिन के सांसदों विधायकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है लेकिन 30 साल सेवा करने वाले कर्मचारियों को पेंशन के नाम पर शेयर बाजार आधारित पेंशन का झुनझुना दे दिया गया है जिसमे हर महीने एक हजार रूपये पेंशन मिल रही है। कार्यक्रम प्रभारी गौरव पाण्डेय व शिवकुमार ने कहा कि एनपीएस पूर्ण रूप से धोखा है, जिसमें शिक्षकों के वेतन कटौती करके जो राशि एनपीएस में जमा की जा रही है उसको शेयर बाजार में लगाया जा रहा है। उनका पैसा सुरक्षित नही है। जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश पासवान एवं बृजेश वर्मा ने कहा कि 4 फरवरी को राजधानी लखनऊ मे एक बड़ा पेंशन मार्च होगा जिसमे हर जिले से हजारों शिक्षक कर्मचारी शामिल होगे।