
बिहार की राजनीति में मंगलवार को एक दिलचस्प और चर्चा का विषय बन चुकी घटना सामने आई जब कांग्रेस में हाल ही में शामिल हुए पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को पटना में आयोजित महागठबंधन के “बिहार बंद” मार्च के दौरान राहुल गांधी के वाहन पर चढ़ने से रोक दिया गया। यह विरोध मार्च बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ था, जिसमें विपक्ष ने मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेरफेर का आरोप लगाया है।
घटना
राहुल गांधी, तेजस्वी यादव (राजद नेता), डी. राजा (भाकपा), दीपांकर भट्टाचार्य (भाकपा-माले) सहित कई महागठबंधन नेता मंगलवार को आयकर गोलंबर से सचिवालय की ओर एक मार्च की अगुवाई कर रहे थे। इस दौरान वे एक प्रचार वाहन (मंचयुक्त गाड़ी) पर सवार होकर जनसभा की तरह विरोध दर्ज करा रहे थे।
इसी दौरान, जब पप्पू यादव राहुल गांधी के वाहन के पास पहुंचे और उसमें चढ़ने की कोशिश की, तो वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। वायरल वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि पप्पू यादव वाहन के पास आते हैं, लेकिन सुरक्षाकर्मी उनके रास्ते में खड़े हो जाते हैं। वाहन पर राहुल गांधी पहले से मौजूद थे और पीछे अन्य विपक्षी नेता भी खड़े थे। यादव वाहन पर चढ़ नहीं पाए और उन्हें वहीं रुकना पड़ा।
बिहार बंद और विवाद
- यह “बिहार बंद“ महागठबंधन द्वारा बुलाया गया था, जिसमें कांग्रेस, राजद, वाम दल और अन्य सहयोगी शामिल थे।
- विरोध का मुख्य कारण था मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा बिहार में विशेष पुनरीक्षण अभियान, जिसे विपक्षी दल एकतरफा और पक्षपातपूर्ण बता रहे हैं।
- उनका आरोप है कि राज्य सरकार सत्तारूढ़ भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए मतदाता सूची से अल्पसंख्यकों, दलितों और अन्य वर्गों के नाम हटवा रही है।
पप्पू यादव की प्रतिक्रिया
हालांकि घटना के तुरंत बाद पप्पू यादव की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया, लेकिन उनके समर्थकों में इसे लेकर नाराज़गी देखी गई। सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल होते ही इस पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आईं—कुछ लोगों ने इसे जानबूझकर किया गया राजनीतिक अपमान बताया, तो कुछ ने इसे सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा बताया।
गौरतलब है कि पप्पू यादव हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए थे और पूर्णिया लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी। वे लंबे समय से विपक्ष की राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ उनका समीकरण अब भी पूरी तरह सहज नहीं दिखता।