
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 10 अगस्त, 2025 को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग़ाज़ा पर नए सैन्य अभियान का बचाव करते हुए स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य वहां लंबे समय तक कब्जा जमाना नहीं, बल्कि उसे हमास के आतंकवाद से मुक्त कराना है।
उन्होंने कहा कि यह कदम हमास को परास्त करने के लिए आवश्यक है और इसे “दुनिया भर में फैली झूठी प्रचार अभियान” (global campaign of lies) से निपटने का भी माध्यम बताया। नेतन्याहू ने आगे बताया कि ग़ाज़ा में भविष्य में एक गैर-इस्राइली नागरिक प्रशासन होगा, लेकिन वहां की सुरक्षा नियंत्रण पूरी तरह से इज़राइली सेना के पास रहेगा।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई थी, जहाँ कई देशों ने ग़ाज़ा की बढ़ती मानवीय दुर्दशा और इस कार्रवाइयों को लेकर अपनी चिंता जताई। उधर, नेतन्याहू ने कहा कि ग़ाज़ा में भूख और मदद की कमी जैसे संकटों को हल करने के लिए सहायता उपलब्ध करायेंगे, लेकिन घुसपैठ और हमास के आतंकवाद से लड़ना सर्वोपरि है।