
शुभांशु शुक्ला और उनके तीन अंतरराष्ट्रीय साथी सोमवार को सफलतापूर्वक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से रवाना होकर पृथ्वी पर लौट आए। यह मिशन नासा और एक्सिओम स्पेस के सहयोग से संचालित किया गया था, जिसे एक्सिओम-4 नाम दिया गया।
आईएसएस से उनकी अनडॉकिंग की प्रक्रिया 14 जुलाई को भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे शुरू हुई थी। लगभग 22 घंटे की यात्रा के बाद, 15 जुलाई को भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 3:00 बजे उनका स्पेस कैप्सूल ‘ग्रेस’ प्रशांत महासागर में कैलिफोर्निया तट के पास सुरक्षित लैंड हुआ।
इस मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला ने लगभग 60 वैज्ञानिक प्रयोग पूरे किए, जिनमें से 7 भारत के इसरो द्वारा डिजाइन किए गए थे। इनमें मसल ग्रोथ, माइक्रोएल्गी और फसल उगाने संबंधी प्रयोग शामिल थे।
वापसी से पहले उन्होंने अंतरिक्ष से ‘सारे जहां से अच्छा’ का संदर्भ देते हुए देश को सम्मानित किया। उनके लखनऊ स्थित परिवार ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए पूजा-अर्चना की और अब भव्य स्वागत की तैयारी कर रहा है।
स्प्लैशडाउन के बाद उन्हें करीब एक सप्ताह तक पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरना होगा, जिससे वे पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण स्थिति में फिर से अनुकूल हो सकें।