
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को उस समय असहज स्थिति में फंस गए जब दिल्ली से रायपुर जा रही इंडिगो की फ्लाइट (6E-6313) में तकनीकी खराबी के चलते विमान का दरवाज़ा 40 मिनट तक नहीं खोला जा सका। विमान स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पर समय से लैंड तो कर गया, लेकिन ब्रिज से न जुड़ पाने की वजह से विमान का मुख्य गेट नहीं खोला जा सका।
इस दौरान फ्लाइट के अंदर करीब 180 यात्री मौजूद थे। उनमें पूर्व सीएम भूपेश बघेल, रायपुर की महापौर मीनल चौबे और कांग्रेस विधायक चातुरी नंद भी शामिल थे। घटना के चलते फ्लाइट के अंदर बैठे यात्रियों में घबराहट फैल गई। यात्रियों ने एयरलाइन स्टाफ से लगातार सवाल पूछे, लेकिन शुरुआत में कोई ठोस जवाब नहीं मिला।
यात्रियों में दिखा तनाव, महापौर बोलीं- डर का माहौल था
रायपुर की मेयर मीनल चौबे ने मीडिया को बताया,
“हमें समझ नहीं आया कि आखिर गेट क्यों नहीं खोला जा रहा। अंदर AC भी धीमा हो गया था। कुछ यात्रियों की हालत खराब होने लगी। गुजरात में हाल ही में हुए प्लेन क्रैश की खबरों ने लोगों को और डरा दिया।”
हालांकि, एयरलाइंस ने स्थिति को जल्द ही काबू में लिया और यात्रियों को पूरी जानकारी दी। अंततः 40 मिनट बाद ब्रिज की तकनीकी खामी दूर कर ली गई और गेट खोलकर सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया।
इंडिगो की सफाई और माफ़ी
इंडिगो की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि विमान के डोर ब्रिज में कुछ तकनीकी खामी आ गई थी, जिसकी वजह से उतरने में देरी हुई।
“हम अपने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद प्रकट करते हैं। हमारी टीम ने समय पर स्थिति को काबू में किया और सुरक्षा मानकों का पूरा पालन हुआ।”
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में एयर इंडिया के विमान का गुजरात में दुर्घटनाग्रस्त होना और विमानन सेक्टर में लगातार आ रही तकनीकी खामियों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इंडिगो की इस घटना के बाद भी यात्रियों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए हैं कि तकनीकी तैयारियां क्यों नहीं पहले से सुनिश्चित की जातीं।