
भारतीय वायुसेना का एक Jaguar लड़ाकू प्रशिक्षण विमान बुधवार को राजस्थान के चूरू जिले के भानोड़ा गांव के पास प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटों की मौके पर ही मौत हो गई। वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं।
हादसा रात लगभग 9:30 बजे हुआ जब विमान नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था। स्थानीय लोगों ने धमाके की आवाज सुनी और कुछ ही देर में खेतों में जलता हुआ मलबा देखा। ग्रामीणों के मुताबिक, विमान ने दुर्घटना से ठीक पहले आबादी से दूर जाने की कोशिश की जिससे गांव में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। पायलटों ने ईजेक्शन की कोशिश की, लेकिन वे सुरक्षित नहीं बच सके।
भारतीय वायुसेना ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि, “प्रशिक्षण मिशन के दौरान Jaguar विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। दुर्भाग्यवश, दोनों पायलटों की जान चली गई है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।”
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारतीय वायुसेना में Jaguar जैसे पुराने लड़ाकू विमानों की तकनीकी विश्वसनीयता पर पहले से ही सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले, मार्च 2025 में हरियाणा के अंबाला में भी एक Jaguar विमान क्रैश हुआ था, जिसमें पायलट समय रहते ईजेक्ट कर जान बचाने में सफल रहे थे।
Jaguar विमान को भारतीय वायुसेना में 1979 में शामिल किया गया था और यह मुख्य रूप से ग्राउंड अटैक मिशनों में इस्तेमाल होता है। हालांकि, इसकी उम्र और लगातार हो रही तकनीकी खराबियों के चलते इसे चरणबद्ध तरीके से रिटायर करने की योजना पर काम चल रहा है।
दुर्घटनास्थल पर वायुसेना की राहत टीम और स्थानीय प्रशासन मौजूद हैं। हादसे के कारणों की तकनीकी जांच की जा रही है और ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग से विस्तृत जानकारी जुटाई जाएगी।