
महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चित राणे परिवार एक बार फिर सुर्खियों में है। बीजेपी विधायक नितेश राणे और उनके बड़े भाई निलेश राणे के बीच विवाद अब सार्वजनिक हो गया है। नितेश ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने भाई पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा, जिससे यह पारिवारिक कलह और स्पष्ट हो गई।
नितेश राणे ने एक स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा,
“मैं अभी भी उम्मीद करता हूं कि कभी कुछ अच्छा सुनने को मिलेगा।”
इस पोस्ट में उन्होंने “दादा” शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे साफ है कि यह टिप्पणी उनके भाई निलेश राणे को लेकर थी।
यह विवाद अचानक नहीं हुआ है। कुछ दिन पहले नितेश राणे ने एक बयान में बीजेपी को “सभी पार्टियों का बाप” बताया था। इस पर निलेश राणे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि गठबंधन में रहते हुए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल ठीक नहीं है। इसके जवाब में नितेश ने अपने भाई को “टैक्स-फ्री” कहकर तंज कसा था।
इस बयानबाज़ी के बाद खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने कहा कि नितेश राणे की टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत राय है, ना कि पार्टी की।
निलेश राणे वर्तमान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से विधायक हैं, जबकि नितेश राणे भाजपा से विधायक हैं और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद भी संभाल रहे हैं। दोनों भाइयों के बीच राजनीतिक मतभेद पिछले कुछ समय से दिखाई दे रहे थे, लेकिन अब यह पारिवारिक मतभेद में बदलता दिख रहा है।
इन सबके बीच राणे परिवार के मुखिया और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की चुप्पी भी चर्चा का विषय बनी हुई है। पहले उन्होंने नितेश को संयम बरतने की सलाह दी थी, लेकिन अब तक उन्होंने हालिया पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
यह विवाद सिर्फ एक पारिवारिक मामला नहीं रह गया है, बल्कि महाराष्ट्र की सत्ता में भागीदारी करने वाले दो अहम दलों—भाजपा और शिवसेना—के बीच भी नए सवाल खड़े कर रहा है।