
एस एंड पी ग्लोबल ने 18 साल बाद भारत को दी रेटिंग अपग्रेड, ‘डेड इकॉनमी’ को जवाब
एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने आज, 14 अगस्त 2025 को भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को BBB- से बढ़ाकर BBB किया, और साथ ही रेटिंग के आउटलुक को स्थिर रखा। यह 18 वर्षों में पहली बार है जब इस अमेरिकी रेटिंग एजेंसी ने भारत की रेटिंग बढ़वाई है।
एस एंड पी ने रेटिंग अपग्रेड का श्रेय भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि, राजकोषीय अनुशासन, बेहतर खर्च की गुणवत्ता और कुशल मौद्रिक नीति को दिया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत की अर्थव्यवस्था पर अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव सीमित रहेगा, क्योंकि भारत का करीब 60 प्रतिशत आर्थिक विकास घरेलू उपभोग आधारित है।
इस अपग्रेड की घोषणा के तुरंत बाद भारतीय मुद्रा मजबूत हुई और 10-साल के सरकारी बांड पर ब्याज दर में 7 से 10 आधार अंक की गिरावट दर्ज की गई।
सरकार ने इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आर्थिक लचीलापन और सुधार एजेंडा की सफलता को दर्शाता है।
एस एंड पी ने यह भी कहा कि अगर भारत फिस्कल अनुशासन को कमजोर होने दे जाए या आर्थिक वृद्धि में ढ़ील आये, तो रेटिंग को नीचे गिराया जा सकता है। लेकिन अगर सरकार अपने घाटे को जीडीपी के 6% से नीचे ले गए तो भविष्य में और रेटिंग सुधार की संभावना भी है।
कुल मिलाकर, यह अपग्रेड विदेशी निवेशकों के भरोसे को मजबूत करेगा, ऋण लागत घटाएगा और आर्थिक स्थिरता का संकेत देगा।