
ओलंपिक में भारत को दो पदक दिलाने वाले पहलवान सुशील कुमार अब एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार अखाड़े की वजह से नहीं, बल्कि नौकरी पर वापसी को लेकर। दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद सुशील कुमार ने नॉर्दर्न रेलवे में बतौर सीनियर कमर्शियल मैनेजर (Senior Commercial Manager) अपनी सेवा फिर से शुरू कर दी है।
हत्या के मामले में थे आरोपी
सुशील कुमार को वर्ष 2021 में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में हुए झगड़े के दौरान सागर धनखड़ नामक पहलवान की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। तभी से वह न्यायिक हिरासत में थे। उनके ऊपर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 120बी (षड्यंत्र) समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं। अदालत में मामले की सुनवाई अभी चल रही है।
नियमों के तहत नौकरी पर बहाली
रेलवे सूत्रों के अनुसार, सुशील कुमार को सेवा नियमों के तहत जमानत मिलने के बाद बहाल किया गया है। उन्होंने हाल ही में नॉर्दर्न रेलवे कार्यालय में हाजिरी लगाई और नियमित ड्रेस में ड्यूटी जॉइन की। गिरफ्तारी के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था, लेकिन आरोप सिद्ध न होने और अदालत से राहत मिलने के बाद नियमों के अनुसार उन्हें दोबारा बहाल कर दिया गया।
वेतन और पद
रेलवे में सुशील कुमार Group B अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं और उनकी मासिक सैलरी करीब ₹80,000 से ₹1,00,000 के बीच बताई जा रही है। उन्हें यह नौकरी खेल कोटे के अंतर्गत मिली थी।
विवाद और प्रतिक्रिया
सुशील कुमार की नौकरी पर वापसी को लेकर सोशल मीडिया और खेल जगत में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे न्याय प्रक्रिया का हिस्सा मानते हैं, तो कुछ इसे नैतिक रूप से गलत बता रहे हैं। हालांकि कानून के तहत किसी भी व्यक्ति को दोषी करार तब तक नहीं दिया जा सकता, जब तक अदालत अपना फैसला न सुना दे।