
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर उमर अकमल ने हाल ही में एक वीडियो में भावुक होकर कहा कि वह नहीं चाहते कि उनका बेटा पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेले। उन्होंने इसके पीछे अपने परिवार के साथ हुए कथित अन्याय और संघर्षों का हवाला दिया।
उमर अकमल ने कहा, “वह मेरा बेटा है और क्रिकेट के प्रति बहुत उत्साहित है, लेकिन अगर मैं अपनी ईमानदार राय दूं, तो मैं नहीं चाहता कि वह क्रिकेट खेले क्योंकि आप जानते हैं कि पाकिस्तान में क्या होता है।” उन्होंने आगे कहा, “हमारे परिवार के साथ जो हुआ, मैं नहीं चाहता कि वही मेरे बेटे के साथ हो।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने बेटे का समर्थन करेंगे, बशर्ते उसकी पहली प्राथमिकता पढ़ाई हो, फिर क्रिकेट।
उमर अकमल ने अपने बेटे से यह वादा भी लिया है कि वह पढ़ाई को पहले रखेगा और क्रिकेट को बाद में। उन्होंने अपने प्रशंसकों से भी अपने बेटे की सफलता के लिए दुआ करने की अपील की।
उमर अकमल की यह टिप्पणी उनके परिवार के साथ हुए संघर्षों और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के साथ उनके रिश्तों में आई खटास को दर्शाती है। उन्हें 2020 में एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन करने के आरोप में निलंबित किया गया था, जिसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में वापसी की। हालांकि, अब उन्हें घरेलू टीम से भी बाहर कर दिया गया है, जिससे वह भावुक हो गए हैं और उन्होंने अपनी स्थिति पर सवाल उठाए हैं।
उमर अकमल की यह स्थिति पाकिस्तान क्रिकेट की आंतरिक राजनीति और खिलाड़ियों के साथ बोर्ड के व्यवहार पर सवाल उठाती है। उनकी यह टिप्पणी यह भी दर्शाती है कि कैसे एक खिलाड़ी के व्यक्तिगत संघर्ष उसके परिवार और भविष्य पीढ़ी को प्रभावित कर सकते हैं।
यह मामला पाकिस्तान क्रिकेट की आंतरिक राजनीति और खिलाड़ियों के साथ बोर्ड के व्यवहार पर गंभीर सवाल उठाता है।