
✅ क्या था पूरा मामला?
- ईरानी दावे की शुरुआत
IRGC के एक वरिष्ठ कमांडर जनरल मोह्सेन रेज़ाइ ने हाल ही में कहा कि: “अगर इजरायल ईरान पर परमाणु हमला करेगा, तो पाकिस्तान परमाणु मिसाइल से जवाब देगा” । - पाकिस्तान का साहसिक इनकार
हालांकि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और विदेश मंत्रालय ने इस दावे को तुरंत “पूर्ण रूप से निराधार” बताया, स्पष्ट किया कि न तो किसी तरह की परमाणु प्रतिक्रिया की योजना है, और न ही कोई समझौता हुआ है ।
🧠 विश्लेषण: क्यों आया ये दंगा?
- IRGC का बयान: इजरायल की धमकी के बीच इसे एक रणनीतिक संकेत माना जा सकता है, जिसमें किसी भी हमले का जवाब देने की बात कही गई।
- पाकिस्तान की स्थिति: इस्लामी राष्ट्र होने के बावजूद, पाकिस्तान ने इसे स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया, जिससे वो विवाद से दूर दिखाई दे रहा है।
⚠️ निष्कर्ष:
- ईरान का बयान एक तेज काउंटर-टॉक्स था, लेकिन
- पाकिस्तान की प्रतिक्रिया साफ, परिपक्व और सुपष्ट रही: किसी परमाणु युद्ध की योजना नहीं बनाई जा रही।
- इस पूरे घटनाक्रम से साफ़ है कि भारत-पाकिस्तान-अंतरराष्ट्रीय मंच पर परमाणु दावों में अब भी बड़ी जिम्मेदारी की कमी है।