
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 24 जून 2025 को घोषणा की कि इज़राइल और इरान दोनों ने उसी दिन घोषित युद्धविराम का उल्लंघन किया। ट्रम्प ने से मीडिया से कहा, “उन्होंने इसे तोड़ा, लेकिन इज़राइल ने भी इसका उल्लंघन किया” और उन्होंने खासकर इज़राइल के काम से असंतोष जताया ।
मुख्य बिंदु:
- ट्रम्प ने आशंका जताई कि दोनों देशों के बीच होड़ और मिसाइल हमले ceasefire की दरार खड़ी कर देते हैं ।
- इस संघर्ष की शुरुआत 12 दिन पहले इज़राइल द्वारा इरान के अणु और सैन्य ठिकानों पर हमलों से हुई थी; उसके बाद इरान ने कतर में अमेरिकी अड्डे पर मिसाइल जवाबी हमला किया ।
- कुछ घंटे शांतिमय हालात रहने के बाद इजरायल ने इरान पर मिसाइल दागने का आरोप लगाया, जबकि इरान ने इस आरोप से इंकार किया ।
- इज़राइली रक्षा मंत्री ने “तीव्र सैन्य अभियानों” की घोषणा की और मिसाइल हमलों के बाद इरान को जवाब देने का आदेश दिया ।
- इस हिंसा में इज़राइल में कम से कम 28 की मौत हुई और 1,000 से अधिक घायल; इरान में लगभग 1,000 लोग मारे गए हैं ।
🌍 रणनीतिक विश्लेषण:
- ट्रम्प की टिप्पणी दोनों पक्षों पर चुनौती है और इस युद्धविराम के तुरंत बाद जारी हमलों ने इसका नाजुक स्वरूप दिखाया।
- उनका बयान “मैं इज़राइल से खासकर खुश नहीं हूं” इस बात पर प्रकाश डालता है कि अमेरिका इस मोर्चे पर केवल मध्यस्थ ही नहीं, समीक्षक भी बन गया है ।
- जो संघर्ष अमेरिका-कतर-इज़राइल-इरान क्षितिज पर चल रहा है, वह इस युद्धविराम की दीर्घकालिकता पर भारी सन्देह खड़ा करता है ।