
निदान रिपोर्ट में सामने आया कि 12 जून, 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की बोइंग 787‑8 (AI‑171) के साथ टेकऑफ़ के तुरंत बाद दोनों इंजन की ईंधन आपूर्ति अचानक बंद हो गई, जिससे विमान मात्र 32 सेकण्ड में 180 नॉट्स की रफ्तार पर होने के बावजूद ऊँचाई नहीं पकड़ सका और गिर गया ।
विमान के ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) से पता चला कि टेकऑफ़ के लगभग तीन सेकण्ड में ही ईंधन कटऑफ स्विच “RUN” से “CUTOFF” हो गए. रिपोर्ट में कॉकपिट में एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “Why did you cut off?” और दूसरे ने जवाब दिया, “I did not” ।
ईंधन की कटऑफ के तुरंत बाद रैम एयर टरबाइन (RAT) स्वचालित रूप से सक्रिय हुआ, लेकिन इससे भी विमान ऊँचाई नहीं बचा पाया। पायलटों ने स्विच फिर से “RUN” में करके इंजन दोबारा स्टार्ट किए, पर उनमें से केवल एक ने थोड़ी शक्ति प्राप्त की; विमान की ऊँचाई इतनी तेजी से गिर रही थी कि समय रहते नियंत्रण नहीं पाया गया और 08:09 UTC में “MAYDAY” कॉल के तुरंत बाद विमान आवासीय क्षेत्र व बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में क्रैश हो गया ।
AAIB की यह 15‑पृष्ठ प्रारंभिक रिपोर्ट आकस्मिक मानव‑जनित हस्तक्षेप या तकनीकी गड़बड़ी की आशंका को जगाती है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं करती कि स्विच किसके द्वारा कैसे और क्यों सक्रिय हुआ। FAA की 2018 की एक सूचना ने इस स्विच की लॉकिंग व्यवस्था में संभावित समस्या की ओर इशारा किया था, पर यह अनिवार्य जांच नहीं थी और एयर इंडिया द्वारा उसका पालन नहीं किया गया ।
सरकार ने AAIB की इस प्रारंभिक रिपोर्ट पर अल्प‑निष्कर्ष की चेतावनी दी है और पूरा निष्कर्ष आने तक प्रतीक्षा करने को कहा है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और राज्य मंत्री दोनों ने स्पष्ट किया कि अभी जांच जारी है और किसी को दोष देने का समय नहीं आया है ।
बोइंग ने शोक प्रकट करते हुए AAIB के सहयोग का आश्वासन दिया है, और एयर इंडिया ने मृतकों के परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई और जांच में पूर्ण सहयोग का वचन दिया है ।