
बिहार-नेपाल सीमा पर मौजूद कई अवैध मदरसों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, इन मदरसों में बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीके से दाखिला दिया जा रहा था और हवाला के जरिए आने वाले पैसों से इन संस्थानों को चलाया जा रहा था।
रिपोर्ट के अनुसार, इन मदरसों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर जिहादी विचारधारा से प्रभावित पाठ्यक्रम पढ़ाए जा रहे थे। खास बात यह है कि इनमें पढ़ने वाले अधिकांश छात्र बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे।
खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि इन संस्थानों का संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्कों से हो सकता है और इन्हें सीमापार से वित्तीय मदद मिल रही है। कई मामलों में यह भी पाया गया है कि पढ़ाई के बहाने इन छात्रों को कट्टरपंथी गतिविधियों के लिए तैयार किया जा रहा था।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अब तक कई संदिग्ध मदरसों की पहचान की जा चुकी है और इन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है। सुरक्षा एजेंसियां इन मदरसों के संचालन में शामिल लोगों के नेटवर्क की जांच में जुट गई हैं।
यह मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार और केंद्र की एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।