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गोवा में कोकीन तस्करी-धनशोधन मामले में Enforcement Directorate ने दो विदेशी सहित सात लोगों को आरोपी बनाया

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गोवा में ड्रग्स की तस्करी तथा उससे जुड़े धनशोधन की एक जांच में केंद्रीय जांच एजेंसी ने ठोस कदम उठाया है — इस मामले में तंजानियाई नागरिक, जिम्बाब्वे नागरिक और पांच भारतीय नागरिकों को आरोपी करार दिया गया है।

बयान के अनुसार, मामला मार्च 2025 में लाओस से लगभग 4.3 किलोग्राम कोकीन भारत में तस्करी करने के प्रयास से शुरू हुआ था, जिसके बाद Goa Police Crime Branch द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद इस प्राथमिक एफआईआर के आधार पर ईडी ने धनशोधन के प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की।

उल्लेखनीय है कि आरोपियों में तंजानियाई नागरिक Vedasto Audax और जिम्बाब्वे नागरिक Tariro Brightmore शामिल हैं, जिनके साथ भारतीय नागरिक जैसे Masoom Uike, Chirag Dudhath, Reshma Wadekar, Mangesh Wadekar तथा Nibu Vincent भी आरोपी बनाए गए हैं।

ईडी ने यह भी बताया है कि ज़िम्बाब्वे नागरिक तातिरो ब्राइटमोर को पहले गिरफ्तार किया गया था — उनपर भारतीय नागरिकों को ड्रग कूरियर के तौर पर लगवाने, यात्रा एवं लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था कराने का आरोप है। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 पर्गना जिले में आरोपी रश्मा वाडेकर के नाम एक घर (मूल्य लगभग 45.15 लाख रुपये) को अटैच किए जाने की जानकारी भी मिली है।

यह मामला सिर्फ तस्करी तक सीमित नहीं है — यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग नेटवर्क की मौजूदगी, विदेशियों की भागीदारी, और भारत में धनशोधन के जाल को उजागर करता है। इस प्रकार की घटनाएं बताती हैं कि ड्रग्स केवल राष्ट्रीय समस्या नहीं रहे — वे सीमापार नेटवर्क, गैर-भारतीय फंडिंग, और लॉजिस्टिक सपोर्ट से संचालित हो रहे हैं।

विश्लेषकों का कहना है कि गोवा जैसे पर्यटन और नौपरिवहन संवेदनशील इलाके में इस तरह की तस्करी-घटनाओं का होना गंभीर संकेत है। साथ ही, एजेंसियों के लिए यह चुनौती बनी हुई है कि वे न सिर्फ ड्रग्स पकड़ें बल्कि तस्करी से प्राप्त फंड के स्रोत, प्रबंधन और उसके वैश्विक लिंक को भी ट्रैक करें।

इस कार्रवाई से एक संदेश भी जाता है — कि भारत में ड्रग्स तस्करी-मनी लॉन्डरिंग के खिलाफ अर्थ-साधनों पर भी हमला किया जा रहा है, सिर्फ छापेबाजी या गिरफ्तारी तक सीमित नहीं। दोषियों की संपत्तियों की अटैचमेंट, विदेशी संबंधों की पड़ताल, लॉजिस्टिक चैनल की जांच — इन सब का समन्वित प्रयास दिख रहा है।

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