
🗓️ उद्घाटन तिथि: 2 मई 2025
📍 स्थान: विझिनजम, तिरुवनंतपुरम, केरल
🇮🇳 उद्घाटनकर्ता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
🔷 समाचार का पूरा विवरण:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित बहुप्रतीक्षित विझिनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का उद्घाटन किया। यह बंदरगाह भारत का पहला गहरे पानी वाला ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल है और इसे भारत के समुद्री इतिहास में मील का पत्थर माना जा रहा है।
यह बंदरगाह अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) द्वारा विकसित किया गया है। इसमें ₹8,867 करोड़ की लागत आई है और यह बंदरगाह सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत बनाया गया है। इस परियोजना को लेकर केंद्र और केरल राज्य सरकार दोनों ने मिलकर काम किया है।
🧱 विझिनजम पोर्ट की विशेषताएं:
- 📦 वर्तमान क्षमता: 5 मिलियन TEUs (Twenty-foot Equivalent Units)
- 🚢 गहराई: 20 मीटर से अधिक, जिससे बड़े कंटेनर जहाज आसानी से आ-जा सकेंगे
- 🌍 अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्ग से निकटता: केवल 10 नॉटिकल मील की दूरी
- ⚙️ स्वचालित प्रणाली और डिजिटल टर्मिनल प्रबंधन
🎯 विझिनजम पोर्ट के संभावित लाभ:
- विदेशी ट्रांसशिपमेंट पोर्ट्स पर निर्भरता घटेगी, खासकर कोलंबो (श्रीलंका), सिंगापुर और दुबई पर।
- भारत का विदेशी मुद्रा में सालाना हज़ारों करोड़ की बचत होगी।
- लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे – प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से।
- भारत को समुद्री लॉजिस्टिक्स में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
- केरल को आर्थिक रूप से मजबूत करने वाला केंद्र बनेगा।
🗣️ प्रधानमंत्री मोदी का भाषण (मुख्य बिंदु):
- “यह बंदरगाह भारत के सामुद्रिक सामर्थ्य को नया आयाम देगा।”
- “किसी को यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि भारत अब पीछे है। हम वैश्विक सप्लाई चेन का अहम हिस्सा बनेंगे।”
- “यह कार्यक्रम कुछ लोगों की नींद उड़ा देगा — जहां संदेश जाना था, वह पहुंच चुका है।”
🔍 राजनीतिक और औद्योगिक साझेदारी:
- गौतम अडानी, अडानी ग्रुप के चेयरमैन, ने इस अवसर को “भारत के लिए समुद्री क्रांति की शुरुआत” बताया।
- केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि “यह बंदरगाह केरल की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देगा और राज्य को अंतरराष्ट्रीय पटल पर उभारेगा।”