बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान पर भड़के अयोध्या संत
बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान पर भड़के अयोध्या संत
बीते दिनों उड़ीसा के बालासोर में हुए दुखद ट्रेन हादसे में सैकड़ों लोगों की जान चली गई और बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बयान दिया है कि उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बारे में उन्हें जानकारी थी लेकिन उन्होंने किसी को बताया नही जिसको लेकर के अयोध्या के तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परम हंसः आचार्य ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान पर भड़क उठे और कहा कि उड़ीसा के बालासोर में जो दुखद ट्रेन हादसा हुआ है उसको लेकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहां है कि उन्हें इस बात की जानकारी थी यदि उनको इस बात की जानकारी थी तो उनको बताना चाहिए था और जानकारी लोगों को देनी चाहिए थी जिसको लेकर के कहा कि इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए जैसे भगवान श्रीकृष्ण भी जानते थे कि महाभारत होगा लेकिन वह टाल नहीं सके और भगवान श्री कृष्ण स्वयं शांतिदूत बनकर दुर्योधन को समझाने गए थे इसलिए उनका यह बयान गलत है और परमहंस दास ने कहा कि यह मेरी दृष्टि में राष्ट्रद्रोह है और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से लोगो के जुड़ने पर बोले कि जब किसी भी व्यक्ति से अनेक लोग जुड़ जाते हैं अगर उसके ऊपर कभी कोई आरोप सिद्ध होता है तो लोग अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं।
ओडिशा के बालासोर में जो दुखद ट्रेन हादसा हुआ है उसको लेकर के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जो कहा है कि जो उन्हें जानकारी थी अयोध्या से मैं तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य मैं यह बताना चाहता हूं कि यदि उनको जानकारी थी तो उनको बताना चाहिए और नहीं जानकारी थी तो इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण भी जानते थे कि महाभारत होगा लेकिन वह टाल नही सके पहली बात तो यह है कि भगवान से मनुष्य को अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए और भगवान श्री कृष्ण स्वयं शांतिदूत बनकर दुर्योधन को समझाने गए थे इसलिए उनका यह बयान गलत है जानने के बाद अगर वह नहीं बताते हैं तो मेरी दृष्टि में यह राष्ट्रद्रोह है दूसरी बात सनातन धर्म अनंत काल से चल रहा है अनंत काल तक चलता रहेगा सनातन धर्म के प्रति निष्ठा रखने वाले प्रत्येक सनातनी सनातन धर्म प्रत्येक बराबर के हिस्सेदार और हकदार हैं सनातन धर्म का ठेकेदार आज तक न तो कोई हुआ है और ना ही हो सकता है सेवा आप कर सकते हैं लेकिन कोई चाहे कि हम ठेकेदार होंगे यह कभी संभव नहीं हो सकता और यह एक अपील है कि जब किसी भी व्यक्ति से अनेक लोग जुड़ जाते हैं अगर उसके ऊपर कभी कोई आरोप सिद्ध होता है तो लोग अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं मैं लोगों से निवेदन करूंगा कि आप किसी को भी श्रद्धा रखिए माननीय लेकिन सनातन धर्म के प्रति निष्ठा रखना यह हम सब का कर्तव्य है।