गोंडा के परसपुर विकासखंड अंतर्गत देर रात डीएम नेहा शर्मा ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परसपुर का औचक निरीक्षण किया था। डीएम के औचक निरीक्षण से विद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। जब डीएम विद्यालय के अंदर पहुंची और निरीक्षण की, तो बड़ी लापरवाही विद्यालय प्रशासन की निकाल कर सामने आई। जहां देखा कि 100 में से मात्र 11 छात्राएं विद्यालय में उपस्थित थी। 89 छात्राएं बिना सूचना के विद्यालय से गायब थी।
जब इस बारे में विद्यालय प्रशासन से डीएम ने पूछा, तो विद्यालय प्रशासन कोई भी सही जानकारी गोंडा डीएम को नहीं दे सका। जिसके बाद डीएम ने वार्डन, शिक्षक और 2 गेट मैन को जमकर फटकार लगाई। साथ ही गोंडा डीएम के आदेश पर वार्डन, शिक्षक और 2 गेट मैन के खिलाफ परसपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
गोंडा डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि देर रात कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परसपुर का निरीक्षण करने गई थी। जहां निरीक्षण के दौरान देखने को मिला कि वहां पर 100 में से 11 छात्राएं ही उपस्थित थी। वहीं 89 छात्राएं बिना सूचना के विद्यालय से गायब मिली। अब इसके बारे में विद्यालय प्रशासन से पूछा गया, तो विद्यालय प्रशासन कोई सही जवाब नहीं दे सका। यह घोर लापरवाही है। क्योंकि यह बालिका विद्यालय इस तरीके से लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरे मामले में वार्डन, शिक्षक और दो गेट मैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिया है। सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, विद्यालय में लंबे समय से ऐसी लापरवाही को लेकर शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हुए और डीएम ने आधी रात छापा मारकर विद्यालय प्रशासन को रंगेहाथ पकड़ा। आवासीय स्कूल में पढ़ रही लड़कियों को शिक्षा के साथ रहने खाने-पीने की पूरी सुविधा मुहैया कराई जाती है, उनके लिए सरकार की ओर से समुचित प्रबंध किए जाते हैं। ऐसे में लड़कियों का स्कूल में न पाया जाना गंभीर सवाल खड़े करता है। इन लापता लड़कियों के घरवालों से भी बात की जा रही है, ताकि लड़कियों के स्कूल में न होने की असली वजह सामने आ सके।