ऐसा हनुमान मंदिर जिसके दर्शन किए बगैर रामलाला के दर्शन अधूरे हैं।
ऐसा हनुमान मंदिर जिसके दर्शन किए बगैर रामलाला के दर्शन अधूरे हैं।
Ayodhya Hanuman Grahi Temple: यूपी के अयोध्या को रामनगरी भी कहा जाता है, जहां पर रामलाला का भव्य राम मंदिर तैयार किया जा रहा है, लेकिन यहां का एक और मंदिर है जिसमें दर्शन किए बिना रामलाला के दर्शन अधूरे माने जाते हैं, इस मंदिर का नाम है हनुमानगढ़ी, ये वहीं मंदिर है जिसे भगवान राम ने लंका से लौटने के बाद अपने प्रिय भक्त हनुमान को रहने के लिए दिया था। आपको बता दें कि हनुमानगढ़ी भगवान राम के परम भक्त श्री हनुमान का मंदिर है, जोकि काफी प्रसिद्ध हैं, माना जाता है कि है कि अयोध्या में आने से पहले हनुमागढ़ी में विराजमान हनुमान जी के दर्शन करने चाहिए, क्योंकि राम जी ने जब हनुमान जी को ये मंदिर दिया था तब उन्होंने कहा था कि जब भी काई भक्त अयोध्या आएंगे तब वो सबसे पहले हनुमान जी के दर्शन करेंगे, इस बात का वर्णन हमारे अथर्ववेद में है। हनुमान जी के दर्शन के लिए भक्तों को 76 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। इस मंदिर की सभी दीवारों पर हनुमान चालीसा और चौपाइयां लिखी हुई है। हनुमानगढ़ी मंदिर को हनुमान जी के घर के रूप में जाना जाता है। ये मंदिर राजद्वार के सामने ऊंचे टीले पर बना है। ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी को रहने के लिए यही स्थान दिया गया था इसलिए इसे हनुमान जी का घर भी कहा जाता है। गर्मियों में इस मंदिर के कपाट सुबह 5 बजे खुलते हैं और रात दस बजे बंद होते हैं, जबकि सर्दियों में मंदिर के पट सुबह 6 बजे खुलते हैं। ऋतु कोई भी हो, मंदिर में श्रद्धालुओं की हमेशा भीड़ रहती है। मंगलवार को प्रभु हनुमान के भक्त बड़ी मात्रा में हनुमानगढ़ी दर्शन करने आते हैं। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि हनुमान गढ़ी के हनुमान जी अयोध्या की सदा रक्षा करते हैं और वे कलियुग के राजा हैं। उन्हें अयोध्या का प्रत्यक्ष देवता माना जाता है। इसलिए अयोध्या में कोई भी महत्त्वपूर्ण काम करने से पहले बजरंग बली से अनुमति ली जाती है। हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत गौरी शंकर दास के अनुसार इस मंदिर का इतिहास आज से 300 साल पुराण सिराजुद्दौला के समय का है। उस समय नवाब सिराजुद्दौला को कोई बीमारी हो गई थी। नवाब यहां पूजा अर्चना करने वाले बाबा अभयारामदासजी जी के पास आया और स्वस्थ हो गया। उसके बाद स्वामी अभयारामदासजी के निर्देश में सिराजुद्दौला ने इस मंदिर का निर्माण कराया। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो इस मंदिर में कोई भी भक्त अगर हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाता है तो उसे सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिलती जाती है. यहां पर मुख्य मंदिर में बाल हनुमान के साथ अंजनी माता की मूर्ति लगी हुई है।