
ज्योति मल्होत्रा के बांग्लादेश दौरे और शेख हसीना सरकार के पतन के बीच संदिग्ध संबंध: जांच जारी
भारत की यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद, बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन और उसके बाद की घटनाओं की जांच तेज हो गई है।
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी और आरोप
मल्होत्रा को मई 2025 में गिरफ्तार किया गया और उन पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत जासूसी का आरोप लगाया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और वित्तीय रिकॉर्ड की जांच शुरू की है। अधिकारियों का कहना है कि मल्होत्रा ने पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से जुड़े व्यक्तियों के साथ संपर्क किया था, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्होंने सैन्य गोपनीय जानकारी साझा की या नहीं।
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार का पतन और उसके बाद की घटनाएँ
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार को अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व वाले प्रदर्शनों के बाद उखाड़ फेंका गया था। इसके बाद, अंतरिम सरकार ने शेख हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने शेख हसीना के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इन आरोपों में बलात्कारी अपहरण, उत्पीड़न और हत्या शामिल हैं।
जांच एजेंसियों की भूमिका और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत और बांग्लादेश की जांच एजेंसियाँ इस मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। भारत ने शेख हसीना की प्रत्यर्पण के लिए बांग्लादेश की आधिकारिक मांग पर विचार किया है, लेकिन यह मामला दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों पर प्रभाव डाल सकता है।