अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने पाकिस्तानी जनरल मुनीर से की बातचीत, युद्ध की आशंका पर जताई गंभीर चिंता

वॉशिंगटन/इस्लामाबाद, 10 मई:
भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में बढ़ते तनाव को देखते हुए, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर से फोन पर बातचीत की। इस संवाद का उद्देश्य क्षेत्रीय शांति बनाए रखना और किसी भी संभावित युद्ध की आशंका को टालना था।
अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी बयान के अनुसार, मार्को रुबियो ने जनरल मुनीर से साफ शब्दों में कहा कि किसी भी प्रकार की सैन्य आक्रामकता न केवल दक्षिण एशिया, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी ख़तरा बन सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका चाहता है कि भारत और पाकिस्तान आपसी विवादों का हल राजनयिक और शांतिपूर्ण तरीकों से करें।
बताया जा रहा है कि जनरल मुनीर ने हाल ही में अपने बयानों और गतिविधियों से आक्रामक रुख अपनाया है, जिससे सीमा पर तनाव बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इन घटनाओं के मद्देनज़र, अमेरिका की यह पहल वैश्विक स्तर पर शांति बनाए रखने की एक अहम कड़ी मानी जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका का यह हस्तक्षेप ऐसे समय पर हुआ है जब पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति अस्थिर है और भारत के साथ उसके रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। भारत की ओर से भी फिलहाल कोई प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अमेरिका का यह कदम भारत को समर्थन देने वाले संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि बातचीत में द्विपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी चर्चा हुई। हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अमेरिका ने जनरल मुनीर को परोक्ष रूप से ‘युद्ध से पीछे हटने’ का संदेश दिया है।
📌 मुख्य बिंदु:
- अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जनरल आसिम मुनीर से की फोन पर बातचीत
- क्षेत्र में बढ़ते युद्ध के खतरे पर जताई गंभीर चिंता
- भारत-पाकिस्तान को शांति और कूटनीति का मार्ग अपनाने की सलाह
- अमेरिका ने अपनी भूमिका को ‘शांति दूत’ के रूप में दर्शाया