
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि वह आतंकवाद के खिलाफ गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत को सौंपना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए यह बेहतर होगा कि वह अपनी जमीन पर चल रहे आतंकवाद के प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट करे। राजनाथ सिंह ने यह बयान स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत में नौसेना अधिकारियों और कर्मियों को संबोधित करते हुए दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि भारतीय नौसेना की ताकत अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए कहा कि भले ही इस बार पाकिस्तान को भारतीय नौसेना की मार नहीं झेलनी पड़ी, लेकिन यदि पाकिस्तान ने भविष्य में कोई नापाक हरकत की तो भारतीय नौसेना से कार्रवाई की शुरुआत हो सकती है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ गंभीर है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत को सौंपना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि भारतीय नौसेना की ताकत अब पहले से कहीं अधिक मजबूत है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत से सभी द्विपक्षीय विवादों पर व्यापक बातचीत की पेशकश की थी। राजनाथ सिंह ने इस पेशकश को ठुकराते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी भविष्य की बातचीत केवल आतंकवाद और पाकिस्तान-आधारित आतंकवादियों के प्रत्यर्पण पर केंद्रित होगी।
इससे पहले, राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना की भूमिका की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की थी, जिससे पाकिस्तान को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा।
राजनाथ सिंह के इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारत पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत से पहले आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग करेगा। यह भारत की सुरक्षा नीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है।