
पहलगाम आतंकी हमले पर बयान देकर विवादों में आए रॉबर्ट वाड्रा ने अब अपनी सफाई पेश की है। वाड्रा ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने साफ किया कि उन्होंने हिंदू या मुस्लिम धर्म को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की थी।
रॉबर्ट वाड्रा ने बताया कि उनका इरादा केवल इस बात को उजागर करना था कि आतंकी हमला एक भयावह घटना थी और उसमें निर्दोष लोगों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा, “मैंने कहीं भी यह नहीं कहा कि हमलावर ने किसी का मजहब पूछकर गोली मारी। मेरा बयान पूरी तरह इंसानियत के नजरिए से था।”
पहलगाम में हुए इस हमले में आतंकियों ने बस पर फायरिंग कर कई यात्रियों की जान ली थी। इसके बाद वाड्रा का एक बयान वायरल हुआ था, जिसमें उनके मजहब को लेकर टिप्पणी करने की बात कही जा रही थी। इस पर अब उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ लोग उनके शब्दों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।
वाड्रा ने कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधने वालों को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार हमेशा से इंसानियत और एकता की बात करता आया है, न कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की।
🔔 निष्कर्ष (Conclusion):
रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम हमले पर बयान को लेकर उठे विवाद पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका इरादा किसी भी समुदाय को निशाना बनाना नहीं था। उन्होंने अपील की कि इस कठिन समय में सबको एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए, न कि एक-दूसरे पर आरोप लगाने चाहिए।