
प्रेस रिलीज:
दुबई से जारी एक आधिकारिक बयान में सऊदी अरब ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सीमा तनाव पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। सऊदी विदेश मंत्रालय ने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच उपजे तनाव और नियंत्रण रेखा (LoC) पर हो रही गोलीबारी को लेकर चिंता जताई है।
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट के माध्यम से दोनों देशों से अपील की है कि वे संयम बरतें, तनाव को और न बढ़ाएं तथा सभी विवादों को शांति और कूटनीतिक माध्यमों से हल करें। मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान को अच्छे पड़ोसी के सिद्धांतों का पालन करते हुए क्षेत्र में स्थिरता और शांति बनाए रखने के लिए मिलकर कार्य करना चाहिए, ताकि दोनों देशों और पूरे क्षेत्र के लोगों के हितों की रक्षा हो सके।
हालांकि सऊदी अरब एक इस्लामिक देश है, लेकिन बीते वर्षों में उसके भारत के साथ संबंध कहीं अधिक मजबूत हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच अच्छे और भरोसेमंद रिश्ते रहे हैं। इसी मित्रता के चलते सऊदी अरब में इतिहास का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर निर्माणाधीन है, जो प्रधानमंत्री मोदी के विशेष अनुरोध पर संभव हुआ है।
सऊदी अरब का यह संतुलित रुख वैश्विक मंच पर भारत के कूटनीतिक प्रभाव और स्थिरता की दिशा में उसके प्रयासों को भी दर्शाता है।