गोण्डा में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की हुई शुरुआत
गोण्डा में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की हुई शुरुआत
गोण्डा में जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए मंगलवार को संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ पूरे उत्तर प्रदेश शुरू हो गया है। गोण्डा में लोगों को जागरूक करने के लिए शहर के गांधीपार्क से एससीपीएम कालेज की छात्र- छात्राओं द्वारा रैली निकाली गयी। जिलाधिकारी नेहा शर्मा एवं मुख्य विकास अधिकारी एम.अरुन्मोली व सीएमओ डा. रश्मि वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। यह अभियान पूरे अक्टूबर महीने तक चलेगा। इस दौरान स्वास्थ्य टीम घर घर जाकर लोगों को जागरुक करेगी।
गांधी पार्क से संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ करते हुए डीएम नेहा शर्मा ने कहा कि जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए लोगों को खुद सजग रहने की आवश्यकता है। इसके लिए अपने घरों के आसपास जलभराव न होने दें। पानी भरे हुए स्थान पर मिट्टी डाल दें। जिससे मच्छरों को पनपने का मौका नहीं मिलेगा और इस रोग को नियंत्रित करने में मदद मिल सकेगी। डीएम ने अपील की कि सभी लोग एकजुट होकर इस अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। अभियान में स्वास्थ्य विभाग के अलावा पंचायती राज विभाग, पशुपालन, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, उद्यान, नगरपालिका व नगर पंचायत और सूचना विभाग को शामिल किया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
सीएमओ ने बताया कि इसी बीच संचारी रोग नियंत्रण माह एक से 31 अक्टूबर तक एवं 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दस्तक अभियान में स्वास्थ्य कार्यकर्ता सावधानी रखते हुए लोगों को मलेरिया, डेंगू, चिकिनगुनिया, फाइलेरिया, टीबी से बचाव के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक करेंगे। संचारी रोगों के रोकथाम को लेकर मंगलवार को आयोजित जागरुकता रैली को रवाना करने से पहले डीएम ने सभी उपस्थित छात्र -छात्राओं व अन्य लोगों को स्वच्छता अपनाने की शपथ भी दिलायी।
सीएमओ ने बताया कि जनपद में इसी बीच 16 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। दस्तक अभियान के तहत क्षय रोगियों को भी खोजा जाएगा, जिसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी के संभावित रोगियों की पहचान करेंगी। इसके अलावा लंबे समय से बुखार, खांसी जैसे लक्षणों वाले मरीजों के बारे में भी जानकारी लेंगी।उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा जाएगा। आशा कार्यकर्ता मौसमी बीमारियों से बचाव और उसके इलाज के बारे में भी जानकारी देंगी। दस्तक अभियान के दौरान घर-घर टीबी के संभावित मरीजों की भी स्क्रीनिंग की जाएगी। क्षय रोग के लक्षण वाले किसी व्यक्ति की सूचना प्राप्त होने पर उस व्यक्ति का नाम पता एवं मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण क्षेत्रीय एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय पर उपलब्ध कराएंगी।