Gonda News: गोंडा के कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में परसा गोण्डरी गांव का चर्चित नहर खुदाई का मामला और ग्रामीणों का विरोध आखिरकार 3 सालों के बाद सुलह हुआ ग्रामीणों की आपसी सहमति के बाद गोंडा जिला प्रशासन चारों जिलों की 700 पुलिस फोर्स के साथ नहर की खुदाई करवा रहा है।
डीएम ने ग्रामीणों को जमीन के बदले जमीन देने और तीन परिवारों को गेट मैन की नौकरी देने की बात कही है। जिसके बाद ग्रामीण सहमत है। नहर की खुदाई कराई जा रही है। एसडीएम, सीआरओ, एएसपी सहित जिले के तमाम अधिकारी मौजूद है।
3 साल से परसा गोण्डरी गांव के लगभग आधा दर्जन परिवार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। लगातार नहर खुदाई का विरोध कर रहे थे। नए सिरे से मुआवजे की मांग के साथ नौकरी की भी मांग कर रहे थे। कई बार जिला प्रशासन ने 600 मीटर नहर को दबाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते जिला प्रशासन नहर की खुदाई अब तक नहीं करा पाया था। अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण 3 साल से धरने पर बैठे थे। नहर की खुदाई को लेकर के एक जनहित याचिका भी लखनऊ हाई कोर्ट में दायर की गई थी। जनहित याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई करते हुए जनता के हित में तत्काल नहर खुदाई कराने का आदेश दिया था। जिसके क्रम में जिला प्रशासन द्वारा करीब चारों जिलों की 700 पुलिस फोर्स के साथ परसा गोण्डरी गांव पहुंचे। जहां पूरे गांव को छावनी में तब्दील करते हुए 600 मीटर नहर की खुदाई ग्रामीणों की आपसी सहमति के बाद कराई जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से गोंडा सहित आसपास के जिलों की करीब 700 पुलिस फोर्स को भी बुलाई गई है।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 3 साल से हम लोग अपनी मांगों को लेकर बैठे हुए थे। हम लोगों का मांग था कि जो नए सिरे से मुआवजा दिया जाए। सरकार पुराने अधिग्रहण के हिसाब से मुआवजा देने की बात कर रही थी। गोंडा डीएम से वार्ता हुई है। डीएम ने जमीन के बदले जमीन देने की बात कही और 3 परिवारों को गेट मैन की नौकरी देने की बात की है। जिसको लेकर के सहमति हुई है। आप हम लोग धरने से हट रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा नहर की खुदाई की जा रही है। 600 मीटर की नहर खुदाई हो जाने के बाद इसको मुख्य शाखा से जोड़ दिया जाएगा। किसानों को नहर का लाभ मिलेगा। लोगों से बात की गई है। अभी लिखित कोई समझौता नहीं किया गया है। लेकिन इन लोगों को जमीन अन्य जगह दिया जाएगा। शांतिपूर्वक तरीके से नहर खुदाई का काम जेसीबी के द्वारा किया जा रहा है।