गोंडा में सरयू, घाघरा, टेढ़ी, बिसुही एवं मनवर नदी के डूब क्षेत्र चिन्हित कर लगाए जाएंगे पिलर्स
गोंडा में सरयू, घाघरा, टेढ़ी, बिसुही एवं मनवर नदी के डूब क्षेत्र चिन्हित कर लगाए जाएंगे पिलर्स
गोंडा जिले में सरयू, घाघरा, टेढ़ी, बिसुही एवं मनवर नदी के दोनों ओर डूब क्षेत्र को चिन्हित करते हुए उसके 50 मीटर की दूरी पर पिलर्स स्थापित किए जाएंगे। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने नदी के प्रवाह क्षेत्र को संरक्षित कराने तथा इसे अतिक्रमणमुक्त रखने के लिए यह निर्देश जारी किए हैं। डीएम की ओर से मुख्य राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में टीम का गठन किया गया है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि नदियों एवं प्राकृतिक जलस्रोतों के संरक्षण के संबंध में मा. सर्वोच्च न्यायालय, मा. उच्च न्यायालयों तथा मा. राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण से समय-समय पर विस्तृत दिशा-निर्देश निर्गत किए गए हैं। नदियों के प्रवाह क्षेत्र में कृषिक, औद्योगिक अथवा विनिर्माण आदि सम्बन्धी किसी भी प्रकार की गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
इसके मद्देनजर, जनपद में नदियों के दोनों साइड का डूब क्षेत्र चिन्हित करते हुए उसकी 50 मीटर की दूरी पर पिलर्स स्थापित करा दिए जाने का फैसला लिया गया है। इससे स्थानीय लोगों को यह जानकारी रहे कि चिन्हित क्षेत्र की सीमा में किसी प्रकार के निर्माण अथवा औद्योगिक, व्यापारिक गतिविधियों को अनुमति नहीं होगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि नदियों के डूब क्षेत्र का निर्धारण राजस्व एवं सिंचाई विभाग की टीम द्वारा संयुक्त रूप से सर्वे व अभिलेखों के आधार पर किया जाएगा। सर्वे के साथ ही साथ सिंचाई विभाग के सम्बन्धित प्रखण्डों द्वारा पिलर्स स्थापना का कार्य सम्पादित किया जाएगा।
मुख्य राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में बनी इस समिति में सभी उप जिलाधिकारी, बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी औऱ अधिशासी अभियन्ता, सरयू नहर खण्ड-4/नोडल प्रखण्ड को शामिल किया गया है।