
सिलिकॉन वैली से ग्लोबल बाजार तक, एनवीडिया ने फिर रचा इतिहास
एनवीडिया (Nvidia) ने वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजों से दुनियाभर के निवेशकों और तकनीकी बाजारों को चौंका दिया है। कंपनी ने इस तिमाही में कुल $44.1 बिलियन (लगभग ₹3.6 लाख करोड़) का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 69% ज्यादा है।
इस जबरदस्त बढ़त की सबसे बड़ी वजह रही एनवीडिया के डेटा सेंटर बिजनेस की सफलता। कंपनी के अनुसार, डेटा सेंटर डिवीजन ने अकेले $39.1 बिलियन का रेवेन्यू अर्जित किया — जो कि कुल आय का 88% हिस्सा है। यह दर्शाता है कि कैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) जैसे क्षेत्रों में एनवीडिया की चिप्स की डिमांड रिकॉर्ड स्तर पर है।
एआई की लहर पर सवार एनवीडिया
एनवीडिया ने विशेष रूप से एआई चिप्स के क्षेत्र में जबरदस्त पकड़ बना रखी है। कंपनी की H100 और हाल ही में लॉन्च हुई B200 जैसी चिप्स को गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़न वेब सर्विसेज और ओपनएआई जैसे बड़े क्लाउड प्रोवाइडर्स द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है।
सीईओ जेनसन हुआंग ने कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा, “AI अब बिजली और इंटरनेट की तरह एक बुनियादी जरूरत बन गया है। एनवीडिया इस ट्रांसफॉर्मेशन की रीढ़ है।” उन्होंने आगे कहा कि जनरेटिव एआई और बड़े भाषा मॉडल्स (LLMs) की मांग आने वाले वर्षों में कई गुना बढ़ने वाली है।
चीन में झटका, लेकिन कंपनी रही मजबूत
हालांकि इस शानदार प्रदर्शन के बीच एक बड़ी चुनौती भी सामने आई — अमेरिकी सरकार द्वारा चीन को एआई चिप्स के निर्यात पर प्रतिबंध। एनवीडिया की एडवांस चिप H20 को चीन भेजने पर अप्रैल 2025 में रोक लगा दी गई थी। इसका सीधा असर कंपनी की एक संभावित $4.5 बिलियन की डील पर पड़ा।
चीन में प्रतिबंध के चलते एनवीडिया को इस बाजार में अपने प्लान्स को दोबारा व्यवस्थित करना पड़ा है। कंपनी अब H20 से कम शक्ति वाली चिप्स के ज़रिए वहां के बाजार में बने रहने की रणनीति बना रही है।
भविष्य की रणनीति और निवेशकों की उम्मीदें
एनवीडिया ने तिमाही नतीजों के साथ यह भी बताया कि अगले क्वार्टर में वह लगभग $45 बिलियन रेवेन्यू का लक्ष्य रख रही है। इसके अलावा कंपनी ने अपने स्टॉक को 10-फॉर-1 के अनुपात में स्प्लिट करने का ऐलान भी किया है, जिससे छोटे निवेशकों को शेयर खरीदने में आसानी होगी।
इस ऐलान के बाद एनवीडिया के शेयरों में 4% से अधिक की उछाल दर्ज की गई, और कंपनी का मार्केट कैप $2.6 ट्रिलियन के करीब पहुंच गया, जिससे वह दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में एक बन गई है।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर एआई और डेटा सेंटर की ग्रोथ जारी रही, तो एनवीडिया अगले दो वर्षों में Apple और Microsoft जैसी कंपनियों को पीछे छोड़ सकती है।