
दिल्ली की राजनीति में आज एक बड़ा भूचाल आया, जब आम आदमी पार्टी (AAP) के 13 नगर निगम पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा देकर एक नई राजनीतिक पार्टी ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ (Indraprastha Vikas Party) के गठन की घोषणा कर दी। इस घटनाक्रम को दिल्ली नगर निगम (MCD) में आम आदमी पार्टी की राजनीतिक पकड़ को कमजोर करने वाला कदम माना जा रहा है।
📌 क्या हुआ है?
इन 13 पार्षदों ने पार्टी हाईकमान पर लगातार अनदेखी, स्थानीय मुद्दों की अनदेखी और भ्रष्टाचार के मामलों में ढिलाई बरतने जैसे आरोप लगाए हैं। इन सभी नेताओं का कहना है कि वे लंबे समय से पार्टी के भीतर बदलाव की मांग कर रहे थे, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो उन्होंने एक अलग रास्ता अपनाने का फैसला किया।
नई पार्टी का नेतृत्व वरिष्ठ पार्षद मुकेश गोयल करेंगे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा:
“हम अब भी दिल्ली की जनता के लिए काम करना चाहते हैं, लेकिन एक ऐसी राजनीतिक संरचना के साथ जो लोकतांत्रिक, पारदर्शी और जवाबदेह हो। ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ इसी उद्देश्य के लिए बनाई गई है।”
राजनीतिक असर क्या होगा?
- आम आदमी पार्टी के लिए यह सिर्फ संख्या का नुकसान नहीं, बल्कि सार्वजनिक छवि और साख का भी बड़ा झटका है।
- दिल्ली नगर निगम में राजनीतिक समीकरण अब बदल सकते हैं। MCD में भाजपा और कांग्रेस भी इन हालातों पर नजर बनाए हुए हैं।
- नई पार्टी ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ आने वाले समय में MCD चुनावों में एक तीसरे विकल्प के रूप में उभर सकती है।
💬 AAP का जवाब
आम आदमी पार्टी की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रेस कांफ्रेंस नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस बगावत को “जनता से विश्वासघात” करार देने की योजना बना रही है और इन सभी पार्षदों के खिलाफ विधिक कार्रवाई पर विचार कर रही है।