गोंडा में वसूली करने गए बैंक अधिकारियों को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पीटा
गोंडा में वसूली करने गए बैंक अधिकारियों को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पीटा
गोंडा में बकायेदारों से वसूली करने गए बैंक के आरएम व मैनेजर के साथ बैंक कर्मियों ने बकायदार पर दबाव बनाते हुए गाड़ी में बैठने की जबरदस्ती की। जिससे लोग अक्रोशित हो गए। देखते ही देखते भारी भीड़ जमा हो गई और हंगामा हो गया। बदसलूकी किए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बैंक कर्मियों को बंधक बना लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बूझकर शांत कराया। मामले में शाखा प्रबंधक ने व बकायेदारों ने कर्नलगंज पुलिस में लिखित शिकायती पत्र दिया है।
मामला उत्तर प्रदेश के कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के सोनहरा के गांव के मजरे जियापुरवा का है। बताया जाता है कि सोनहरा गांव में बैंक के बकाया ऋण की वसूली करने के लिए प्रथमा ग्रामीण बैंक के आरएम दीपक व बालपुर शाखा के मैनेजर अजीत सिंह अपने साथियों के साथ वसूली करने के लिए गए थे। इसी दौरान बैंक कर्मियों के साथ आए लोगों द्वारा वृद्ध बकायेदार से बदसलूकी करते हुए घसीट कर गाड़ी में बैठने के प्रयास की बात को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए, और कहासुनी उपरांत गाली गलौज शुरू हो गया, कुछ ही देर में दोनो पक्ष का गाली गलौज हंगामे तब्दील हो गया।
कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के बालपुर शाखा प्रबंधक प्रथमा यू०पी०ग्रामीण बैंक अजीत कुमार ने कर्नलगंज पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा है कि मंगलवार के सुबह क्षेत्रीय प्रबन्धक दीपक, मुख्य प्रबन्धक कपिल कुमार अग्रवाल, वरिष्ठ प्रबन्धक कमल किशोर, प्रबन्धक आशीष के साथ आये और वहाँ से बैंक शाखा के बकायेदार घनश्याम पुत्र पारसनाथ व गणेश पुत्र घनश्याम, निवासी ग्राम जियापुरवा सोनहरा थाना कोतवाली करनैलगंज के घर पहुंचे। वहाँ पहुंचने पर खाता धारक घनश्याम पुत्र पारसनाथ के साथ कुछ अन्य लोग आये, जब उनसे बकाया जमा करने के लिए अनुरोध किया गया तो, वहाँ मौजूद अभिषेक तिवारी पुत्र घनश्याम, तिवारी पुत्र शिवप्रकाश तिवारी दीनानाथ, गणेश तिवारी पुत्र घनश्याम, प्रागदत्त तिवारी पुत्र दीनानाथ, सत्यम तिवारी पुत्र गणेश तिवारी, मोनू तिवारी पुत्र विश्वनाथ तिवारी, विकास तिवारी पुत्र भोलानाथ, जटाशंकर पुत्र विश्वनाथ व अवधेश पुत्र घनश्याम के साथ 4-5 अन्य लोग भी थे। उसमें से एक व्यक्ति अपने को नेवी फौज का अधिकारी बता रहा था। ये सभी लोग एक साथ आकर जान से मारने की नियत से एकराय होकर लाठी, लोहे की राड, डंडा तथा अन्य धारदार हथियार लेकर मारने-पीटने लगे । उक्त सभी लोगों ने हम लोगों को जबरदस्ती घर में खींचकर बंधक बना लिया । जान से मारने की नियत से सभी पर प्राणघातक हमला किया। जिसमें प्रबन्धक कमल किशोर को गले एवं सिर पर गम्भीर चोटें आई हैं अन्य लोगों को भी बुरी तरह से चोटें आई हैं।
उनमें से एक व्यक्ति जान से मार देने की धमकी दे रहा था। आरोप है कि पीड़ित अधिकारियों समेत काफी देर तक विपक्षी के घर में बंधक रहा। उसमें से किसी तरह एक व्यक्ति बाहर निकलकर पुलिस व उच्चाधिकारियों को सूचना दी। तत्पश्चात मौके पर पुलिस व अन्य प्रशासनिक अधिकारी आये बैंक के सभी अधिकारियों को कब्जे से मुक्त कराया गया । यह भी आरोप है कि धमकी दी गई कि यदि दोबारा वसूली के लिए आये या किसी जगह शिकायत की या एफआईआर दर्ज कराए तो तुम जिंदा नही छोड़ेंगे।
आरोप है कि अधिकारीगणों को अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए गन्दी गन्दी गाली दी गई। इस घटना में कमल किशोर व कपिल अग्रवाल व आशीष को काफी गम्भीर चोटें आयी हैं।