
जम्मू-कश्मीर, 22 अप्रैल 2025:
जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम के बैसरन घाटी में एक दर्दनाक आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हमले में भारतीय नौसेना के युवा अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मौत हो गई। सबसे दुखद बात यह रही कि विनय अपनी नवविवाहित पत्नी के साथ हनीमून पर थे, और हमला ठीक उनके सामने हुआ।
क्या हुआ था उस दिन?
22 अप्रैल की सुबह विनय और उनकी पत्नी बैसरन घाटी में ट्रेकिंग और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने पहुंचे थे। तभी आतंकियों ने पर्यटकों के एक ग्रुप को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने विनय से धर्म पूछने के बाद उन्हें गोली मारी। गोली लगते ही विनय ज़मीन पर गिर पड़े और उनकी पत्नी बदहवासी की हालत में उनके शव के पास बैठी रहीं।
वायरल हुई पत्नी की तस्वीर
इस भयावह घटना के बाद विनय की पत्नी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें वह अपने पति के शव के पास बैठी रो रही थीं। यह तस्वीर लाखों लोगों की आंखें नम कर गई। देशभर में लोगों ने शोक और आक्रोश व्यक्त किया है।
विनय नरवाल कौन थे?
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल हरियाणा के रोहतक जिले के रहने वाले थे और हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे। कुछ ही दिन पहले उन्होंने शादी की थी और अब पत्नी के साथ कश्मीर हनीमून पर गए थे। विनय को एक होनहार और अनुशासित अधिकारी के रूप में जाना जाता था।
सरकारी प्रतिक्रिया
हमले के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान चलाया। अब तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षाबलों का मानना है कि यह सुनियोजित हमला था, जिसका उद्देश्य अमरनाथ यात्रा से पहले पर्यटकों में डर पैदा करना था।
पूरा देश शोक में
यह घटना न सिर्फ एक जवान की जान लेने वाली है, बल्कि यह एक नवविवाहित जोड़े के सपनों को चकनाचूर करने वाली त्रासदी है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसे ‘मानवता पर हमला’ बताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय से भी हमले की निंदा करते हुए शोक संदेश जारी किया गया है।