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पटना महावीर मंदिर सचिव किशोर कुणाल ने अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर की आय जांच की मांग

पटना महावीर मंदिर सचिव किशोर कुणाल ने अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर की आय जांच की मांग

यदि हनुमानगढ़ी की संपत्ति की जांच हो तो कितने लोग ईडी और मनी लांड्रिंग में फंसेगे कहना मुश्किल है -किशोर कुणाल।

एक भक्त होने के नाते हमें हनुमानगढ़ी अपनी आय बताएं -किशोर कुणाल।

तीनों अनी अखाड़ों की स्थापना करने वाले स्वामी बाला नंदाचार्य ने पटना महावीर मंदिर की स्थापना की थी इसलिए हनुमानगढ़ी का हिस्सा है-महेंद्र दास ( पूर्व महंत पटना महावीर मंदिर )

किशोर कुणाल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पटना महावीर मंदिर पर कब्जा किया इसी का अयोध्या हनुमानगढ़ी करता है विरोध- महेंद्र दास।

यदि हनुमानगढ़ी की संपत्ति की जांच हो तो कितने लोग ईडी और मनी लांड्रिंग में फंसेगे कहना मुश्किल है -किशोर कुणाल

एक भक्त होने के नाते हमें हनुमानगढ़ी अपनी आय बताएं -किशोर कुणाल।

तीनों अनी अखाड़ों की स्थापना करने वाले स्वामी बाला नंदाचार्य ने पटना महावीर मंदिर की स्थापना की थी इसलिए हनुमानगढ़ी का हिस्सा है-महेंद्र दास ( पूर्व महंत पटना महावीर मंदिर )

किशोर कुणाल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पटना महावीर मंदिर पर कब्जा किया इसी का अयोध्या हनुमानगढ़ी करता है विरोध- महेंद्र दास।

अयोध्या हनुमानगढ़ी और पटना के महावीर मंदिर के सचिव के बीच विवाद अब सतह पर आ गया है दोनों के बीच यह विवाद नया नहीं है इसके पहले कई बार दोनों के बीच विवाद और टकराव की स्थिति बनी थी लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि दोनों पक्ष खुलकर एक दूसरे पर तीखा हमला बोल रहे हैं अयोध्या हनुमानगढ़ी जहां इतिहास का हवाला दे महावीर मंदिर पर अपना दावा करता है और पूर्व आईपीएस रहे किशोर कुणाल पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मंदिर पर कब्जे का आरोप लगाता है वही किशोर कुणाल ने गुरुवार को अयोध्या में हनुमानगढ़ी पर सबसे बड़ा हमला बोला किशोर कुणाल ने कहा यदि हनुमानगढ़ी की संपत्ति की जांच हो तो कितने लोग ईडी और मनी लांड्रिंग में फंसेगे कहना मुश्किल है एक भक्त होने के नाते हमें हनुमानगढ़ी अपनी आय बताएं ।

किशोर कुणाल ने हनुमानगढ़ी को लेकर इतने तीखे बयान क्यों दिए हम यह आपको बताएं इसके पहले यह जान लीजिए कि यह पूरा विवाद है क्या ..! अयोध्या हनुमानगढ़ी हमेशा से यह दावा करता रहा है कि निर्मोही अनी अखाड़ा दिगंबर अनी अखाड़ा और निर्वाणी अनी अखाड़ा तीनों की स्थापना करने वाले जगतगुरु बालानंदाचार्य ने ही पटना के महावीर मंदिर की स्थापना की थी उसका दावा यह भी है कि मंदिर में जो दोनों प्रतिमाएं हैं वह भी जगतगुरु बालानंदाचार्य के समय की ही है इसलिए महावीर मंदिर का संचालन अयोध्या हनुमानगढ़ी के द्वारा ही होता रहा अयोध्या हनुमानगढ़ी के लोग ही पटना के महावीर मंदिर में महंत समेत अन्य जिम्मेदारियां संभालते रहे लेकिन 1987 में जब वहां के रामगोपाल महाराज एक हत्या के आरोप में जेल गए तो उस समय किशोर कुणाल पटना के एसपी के पद पर तैनात थे इसी के बाद कूट रचना और अपने पद का दुरुपयोग करके किशोर कुणाल ने मंदिर पर वर्चस्व कायम किया और पहले वहां की महंत परंपरा को समाप्त किया फिर हनुमानगढ़ी द्वारा नियुक्त पुजारी को भी धीरे से हटा दिया हनुमानगढ़ी ने जब इसका विरोध किया तो महंत के स्थान पर हनुमानगढ़ी के एक संत को परमाचार्य नियुक्त किया अब कुछ समय पहले उसे भी हटाकर मंदिर पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है हनुमानगढ़ी के इन आरोपों से आप समझ चुके होंगे कि यह सारा मामला पटना महावीर मंदिर पर वर्चस्व की जंग का है ।

महेंद्र दास ( पूर्व महंत पटना महावीर मंदिर )… महावीर मंदिर पटना का यह मामला है महावीर मंदिर पटना की स्थापना 350 वर्ष पूर्व जगतगुरु स्वामी बाला नंदाचार्य जी महाराज के द्वारा हुआ जिन्होंने तीनों अनियो की स्थापना की पटना महावीर मंदिर भी उन्हीं के द्वारा स्थापित हुई तब से लेकर के 1987 तक साधु शाही के द्वारा परंपरा का निर्वहन सेवा निर्वहन चलती रही 1987 में हमारे गुरु जी महाराज राम गोपाल महाराज जी एक हत्याकांड में उनको जेल भिजवा दिया गया और उस समय के तत्कालीन एसएसपी रहे पटना के श्री किशोर कुणाल जी ने उनको जेल भिजवा कर के वहां महावीर मंदिर में अपना हस्तक्षेप उन्होंने किया और उन्होंने जब राम गोपालदास जी जब जेल गए तब उन्होंने एक समिति बनाकर के महावीर मंदिर की पूरी संपत्ति पर उन्होंने कब्जा कर लिया इसके बाद जब नागा साधु ने उनका विरोध किया तो उन्होंने महंती परंपरा को समाप्त करते हुए गोपाल दास जी जब जेल चले गए तब उन्होंने एक समिति बनाकर के कहा कि महंत की जगह पदमाचार्य को सज्जित किया इसके बाद उन्होंने पदमाचार्य को भी हटाते हुए दलित पुजारी के प्रकरण पर जब हनुमानगढ़ी ने उनसे प्रश्न किया तो उनको यह बातें नागवार गुजरी उन्होंने हनुमानगढ़ी को कहा कि हनुमानगढ़ी का कोई भी दावा वहां पर नहीं बनता और पदमाचार्य भी अब वहां के नहीं यहां पर सारी समिति के द्वारा कार्य किया जाएगा हनुमानगढ़ी अखाड़े का कुछ भी नहीं है इसका हमारे हनुमानगढ़ी अखाड़े ने विरोध किया है ।

इस विवाद को लेकर अयोध्या हनुमानगढ़ी तीनों अनी अखाड़ों की बैठक बुलाने की तैयारी कर रहा है वहीं दूसरी तरफ हाल में ही हुई हनुमानगढ़ी में एक बैठक के दौरान किशोर कुणाल की संपत्ति की जांच ईडी और सीबीआई से कराने तक की मांग की गई थी इसी को लेकर गुरुवार को पूर्व आईपीएस और पटना महावीर मंदिर के सचिव किशोर कुणाल ने हनुमानगढ़ी पर सबसे बड़ा हमला।

बोला उन्होंने कहा पटना महावीर मंदिर की आय प्रतिदिन 10 लाख की है उससे हमने कई हॉस्पिटल बनवाएं बिहार में विराट श्री राम मंदिर बनवा रहे हैं जानकी मंदिर निर्माण पर भी काम चल रहा है अस्पताल के मरीजों और श्रद्धालुओं को लगातार मुफ्त भोजन करा रहे हैं इसलिए हमारा तो दिख रहा है लेकिन एक भक्त होने के नाते मैं जानना चाहता हूं कि हमसे बहुत बड़ी अयोध्या हनुमानगढ़ी की कुल आय कितनी है किशोर कुणाल यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा हम तो लगातार अपनी संपत्तियों की डिटेल 1972 से दे रहे हैं लेकिन यदि हनुमानगढ़ी की संपत्ति की जांच हो तो कितने लोग ईडी और मनी लांड्रिंग में फंसेगे कहना मुश्किल है अब आप यह भी समझ चुके होंगे कि अयोध्या हनुमानगढ़ी और पटना महावीर मंदिर पर यह सारा विवाद चढ़ावे कि वह अकूत संपत्ति है जिस पर हर कोई अपना स्वामित्व छोड़ना नहीं चाहता ।

किशोर कुणाल ( पूर्व आईपीएस सचिव पटना महावीर मंदिर न्यास ).. हम तो जिंदगी भर सबसे लड़ करके सीबीआई से भी लड़ करके जब मैं पटना का एसएसपी था सीबीआई से लड़ाई लड़ी यह जो मेरी किताब है इसमें मैंने सीबीआई को रगड़ दिया है हमें तो कोई एतराज नहीं है 1972 से 2016 तक अपनी संपत्ति की डिटेल देता रहा हूं और अभी भी मैं इनकम टैक्स भर रहा हूं मेरी तो जानकारी है जिससे जांच कराना हो करा ले लेकिन यदि हनुमानगढ़ी की संपत्ति की जांच हो तो कितने लोग ईडी और मनी लांड्रिंग में फंसेगे कहना मुश्किल है तो हम पर जो आरोप है जब पटना महावीर मंदिर का ट्रस्ट बना था ट्रस्ट पर जो आरोप है उस समय मंदिर की आय सालाना ₹11000 दिखाई गई थी आज मंदिर की आय रोजाना 10 लाख रुपए है तो इसी से पता चलता है कि क्या मिसमैनेजमेंट है यह नहीं है दूसरा यह कि हम लोगों का काम दिख रहा है 7 बड़े बड़े अस्पताल बनवाए पटना का कैंसर अस्पताल देश का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल है इसके बाद विराट रामायण मंदिर बना रहे हैं यहां पर राम रसोई चला रहे हैं सीतामढ़ी में सीता रसोई चला रहे हैं पटना में 7 अस्पताल हैं जिसमें पंद्रह सौ लोगों को रोज मुफ्त भोजन दे रहे हैं सब हम लोग कर रहे हैं हम लोगों का काम दिख रहा है आप भी कुछ दिखला दीजिए उससे हमें कुछ मतलब नहीं है लेकिन एक भक्तों के रूप में हम जानना चाहते हैं कि जब पटना महावीर मंदिर की आय रोज 10 लाख रुपए है तो आप तो हमसे बहुत बड़ी संस्था के लोग हैं व्यय आप कीजिए व्यवस्था आपकी रहे बस आय बतला दीजिए हनुमानगढ़ी मंदिर की आय कितनी है इतना ही सवाल है ।

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