
मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (MCU) की बहुप्रतीक्षित फिल्म Thunderbolts ने आखिरकार सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है और इसके साथ ही मार्वल फैंस को एक ऐसी टीम देखने को मिली है जो अब तक के सभी फेज़-5 की फिल्मों से ज्यादा दमदार और अलग नजर आ रही है।
🔹 क्या है Thunderbolts की खासियत?
यह फिल्म मार्वल के परंपरागत हीरो-वर्स से बिल्कुल अलग है। यहां पर नायक (Heroes) नहीं, बल्कि एंटी-हीरोज़ (Anti-Heroes) हैं – यानी ऐसे किरदार जो न तो पूरी तरह अच्छे हैं और न ही बुरे, लेकिन एक मिशन के लिए एकजुट हुए हैं।
Thunderbolts टीम में शामिल हैं:
- येलिना बेलोवा (Florence Pugh): ब्लैक विडो की छोटी बहन
- बकी बार्न्स / विंटर सोल्जर (Sebastian Stan): एक जटिल अतीत वाला सुपर सोल्जर
- रेड गार्जियन (David Harbour): रूस का कैप्टन अमेरिका
- जॉन वॉकर / US Agent (Wyatt Russell): असफल अमेरिकी प्रतीक
- घोस्ट (Hannah John-Kamen): क्वांटम फेजिंग पावर वाली महिला
- टास्कमास्टर (Olga Kurylenko): जो किसी की भी लड़ाई की शैली कॉपी कर सकती है
🔹 फिल्म की कहानी:
Thunderbolts की कहानी इन सब को एक खतरनाक मिशन पर भेजती है जिसे नियंत्रित करती हैं वैलेन्टीना एलेग्रा डे फॉन्टेन (Julia Louis-Dreyfus), जो अब CIA की डायरेक्टर बन चुकी हैं। टीम को अमेरिका के दुश्मनों के खिलाफ काम करने के लिए तैयार किया गया है — लेकिन सवाल ये है कि क्या इन “अधूरे हीरो” पर भरोसा किया जा सकता है?
🔹 निर्देशन और निर्माण:
फिल्म का निर्देशन किया है Jake Schreier ने, और यह फिल्म हिंदी, अंग्रेजी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में भारत में रिलीज़ की गई है। दिलचस्प बात यह है कि भारत में इसे ग्लोबल रिलीज़ डेट से एक दिन पहले, यानी 1 मई 2025 को ही रिलीज कर दिया गया, जिससे भारत में मार्वल के प्रति जुनून को साफ देखा जा सकता है।
🔹 फिल्म की समीक्षा:
Thunderbolts की स्टोरीटेलिंग, एक्शन और किरदारों की केमिस्ट्री दर्शकों को बेहद पसंद आ रही है। कुछ समीक्षक इसे अब तक के सबसे प्रभावशाली Phase 5 प्रोजेक्ट्स में से एक मान रहे हैं।