
नई दिल्ली: देश में बढ़ती गर्मी, बिजली की अधिक खपत और जलवायु परिवर्तन की चिंताओं को देखते हुए केंद्र सरकार एयर कंडीशनर (एसी) के उपयोग को लेकर एक नया नियम लागू करने की तैयारी कर रही है। प्रस्तावित नियम के तहत अब एसी का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम पर सेट नहीं किया जा सकेगा।
गर्मियों में एसी की अधिक उपयोगिता से न केवल बिजली की मांग तेजी से बढ़ती है, बल्कि इससे पर्यावरण पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। यही वजह है कि सरकार अब ऊर्जा की बचत और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से यह पहल करने जा रही है।
ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि यदि एसी का तापमान 24 से 26 डिग्री के बीच रखा जाए तो इससे हर साल करोड़ों यूनिट बिजली की बचत हो सकती है। साथ ही इससे लोगों के बिजली बिलों में भी कमी आएगी और देश में ऊर्जा संकट को कम किया जा सकेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी मानना है कि एक सामान्य कमरे के लिए 24 डिग्री सेल्सियस तापमान उपयुक्त होता है और इससे नीचे का तापमान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। कई विकसित देशों जैसे जापान, चीन और यूरोपीय देशों में पहले ही इस तरह के नियम लागू किए जा चुके हैं।
यदि यह नियम लागू होता है तो इसका असर सबसे पहले घरों, ऑफिसों, होटल, मॉल और सिनेमाघरों में दिखेगा। हालांकि, इस नियम को व्यवहार में लाना एक चुनौती हो सकता है क्योंकि इसके लिए एसी कंपनियों को अपने प्रोडक्ट में सॉफ्टवेयर बदलाव करने होंगे।
सरकार इस प्रस्ताव को लागू करने से पहले आम जनता से सुझाव भी मांग सकती है ताकि इसका क्रियान्वयन सुचारु रूप से किया जा सके। साथ ही एसी निर्माताओं को भी निर्देश दिया जाएगा कि वे अपनी नई मशीनों में तापमान सीमा निर्धारित करने की तकनीक शामिल करें।
नए नियम से ना केवल बिजली की बचत होगी बल्कि देश के कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी, जिससे पर्यावरण को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।