
📍 समाचार विस्तार (हिंदी में):
नई दिल्ली:
एक ओर तुर्की पाकिस्तान को अत्याधुनिक फाइटर जेट्स की आपूर्ति कर रहा है, वहीं दूसरी ओर भारत के बड़े और संवेदनशील हवाई अड्डों की सुरक्षा पर तुर्की की निजी कंपनी ‘सेलेबी’ (Çelebi Aviation Holding) तैनात है। यह विरोधाभास अब भारतीय रक्षा और आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
🛫 सेलेबी क्या करती है?
‘सेलेबी’ एक तुर्की आधारित ग्राउंड हैंडलिंग और सुरक्षा सेवाओं की प्रदाता कंपनी है, जो दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे बड़े हवाई अड्डों पर महत्वपूर्ण सुरक्षा और कार्गो हैंडलिंग जिम्मेदारियाँ निभा रही है। इन जिम्मेदारियों में रनवे सुरक्षा, विमान के आसपास गतिविधियों की निगरानी, और कार्गो की स्क्रीनिंग जैसी संवेदनशील ड्यूटियां शामिल हैं।
⚠️ दूसरी ओर तुर्की का पाकिस्तान प्रेम:
तुर्की की रक्षा कंपनी TUSAS (Turkish Aerospace Industries) ने हाल ही में पाकिस्तान को 5वीं पीढ़ी का फाइटर जेट ‘KAAN’ उपलब्ध कराया है। यह विमान तकनीकी रूप से भारत के राफेल और चीन के J-20 के समकक्ष माना जा रहा है।
➡️ ऐसे में सवाल यह उठता है कि:
“जिस देश की एक कंपनी भारत में एयरपोर्ट सिक्योरिटी संभाल रही है, वही देश पाकिस्तान को अत्याधुनिक हथियार भी दे रहा है। क्या यह भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी नहीं?”
🔍 विशेषज्ञों की राय:
रक्षा विशेषज्ञों और पूर्व खुफिया अधिकारियों का मानना है कि यह मामला महज एक कॉन्ट्रैक्ट नहीं, बल्कि एक जियोपॉलिटिकल रिस्क है। अगर कल भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है, तो तुर्की की कंपनी के पास भारतीय एयरपोर्ट्स तक गंभीर सुरक्षा डेटा और एक्सेस पहले से मौजूद रहेगा।
🛡️ भारत सरकार क्या कर रही है?
अब तक भारत सरकार की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां और नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस पर गहराई से मंथन कर रहे हैं। यह देखना अहम होगा कि क्या सेलेबी को भविष्य में संवेदनशील कार्यों से हटाया जाएगा या नहीं।