चार साल के आकड़ो से भी आगे निकला, शुरुआत के तीन माह, 75 ने सड़क दुर्घटना में गवाई जान।

गोण्डा। ( रिपोर्टओ पी मिश्रा गोंडा) सरकार सड़क दुर्घटनाओ को रोकने के लिए तमाम प्रकार का कार्यक्रम लगा कर लोगो को जागरूक करने का प्रयास कर रही है, इस के बावजूद भी सड़क दुर्घटनाएं नही रुक रही है। बीते चार साल के आकड़ो ने लोगो को चिंता में डाल दिया है। वर्ष 2019 से लेकर मार्च 2023 तक 516 सड़क दुर्घनाएं हुए है। जिस में 323 लोगो ने अपनी जान गवाई है। 366 लोग सड़क दुर्घटना में घायल हुए है। बीते चार साल के आकड़ो को भी शुरुवात के तीन माह ने बहुत पीछे छोड़ दिया। जनवरी से मार्च 2023 के बीच मे 118 सड़क दुर्घटनाए हुई। जिस में 75 लोगो ने अपनी जान गवा दिया। जिले में सड़क दुर्घटनाओ के आंकड़े साल दर साल बढ़ते ही गये। कम नही हुए है। वर्ष 2019 में 89 सड़क दुर्घटनाए हुई है। 49 लोगो की जान चली गई। 49 लोग घायल हुए।ये आंकड़े वर्ष 2020 में बढ़ कर 108 पहुँच गई। मरने वालों की संख्या 66 हो गई। 57 लोग घायल हो गए।वर्ष 2021 में 88 सड़क दुर्घटना हुई। 60 लोगो ने अपनी जान गवा दिया। 53 लोग घायल हो गए। चार साल के तुलात्मक आंकड़े में वर्ष 2021 में कुछ कमी आई। लेकिन वर्ष 2022 में सड़क दुर्घटनाओ की सख्या में फिर बढोत्तरी हुई और ये आंकड़े 113 पर पहुँच गया। मरने वालों की संख्या 73 पहुँच गई। 87 लोग घायल हुए। बीते चार साल के आकड़ो से भी आगे वर्ष 2023 निकला। जनवरी से मार्च के बीच 118 सड़क दुर्घटना हुई। जिस में 75 लोगो की जान चली गई। 70 लोग घायल हो गए।
चार साल के सड़क दुर्घटनाओ का आंकड़ा
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सड़क दुघर्टना
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वर्ष 2019
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89 सड़क दुर्घटना हुई।
49 की मृत्यु हुई
49 घायल
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सड़क दुर्घटना
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वर्ष 2020
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108 सड़क दुर्घटना हुई
66 की मृत्यु हुई
57 घायल
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सड़क दुर्घटना
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वर्ष 2021
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88 सड़क दुघर्टना हुई
60 की मृत्यु हुई
53 घायल
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सड़क दुर्घटना
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वर्ष 2022
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113 सड़क दुघर्टना हुई
73 की मृत्यु हुई
87 घायल
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सड़क दुर्घटना
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वर्ष 2023 मार्च तक
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118 सड़क दुर्घटना हुई
75 की मृत्यु
70 घायल
पूरे एक माह चलता है,जागरूकता अभियान
हर वर्ष नवंबर से लेकर दिसम्बर तक यातायात माह चलाया जाता है। इस बीच सड़क दुर्घनाओ को रोकने के लिए लोगो को जागरूक किया जाता है। सड़क पर बाइक चलाते समय हेलमेट लगाए और तीन न चले। चार पहिया वाहन चलाने वाले वाहन स्वामी सीट बेल्ट का प्रयोग करे। ताकि सड़क दुघर्टना से बचा जा सके।
विशेष तौर पर हेलमेट पर ज्यादा जोर होता है
पुलिस विभाग अपने अपने थाना क्षेत्र में चेकिंग लगा कर दो पहिया वाहन को हेलमेट ड्राइविंग लाइसेंस देख कर चालान की प्रकिया करता है।
संभागीय परिवहन विभाग भी करता है, जागरूक
संभागीय परिवहन विभाग भी सड़क दुघर्टनाओ से बचाने के लिए समय समय जागरूकता अभियान चला कर जागरूक करता है। जिस में सड़क दुघर्टना ओ से बचने के लिए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगो को जागरूक किया जाता है।