
समाचार विस्तार से:
एक चौंकाने वाले खुलासे में दावा किया गया है कि इजरायल ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस योजना पर वीटो लगा दिया। यह रिपोर्ट ऐसे समय पर सामने आई है जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है।
क्या था इजरायल का प्लान?
खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की 2020 में हुई हत्या के बाद इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने खामेनेई को निशाना बनाने की योजना बनाई थी। यह कदम ईरान के प्रभाव को कमजोर करने और क्षेत्रीय संतुलन को बदलने के लिए उठाया जाना था।
ट्रंप ने क्यों रोका ऑपरेशन?
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जब इजरायल ने अमेरिका से इस मिशन में समर्थन मांगा, तो तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। ट्रंप को आशंका थी कि खामेनेई की हत्या से पश्चिम एशिया में पूर्ण युद्ध छिड़ सकता है, जिससे अमेरिका भी सीधे संघर्ष में खिंच जाएगा।
ईरान की प्रतिक्रिया
ईरानी अधिकारियों ने इस रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। तेहरान ने कहा है कि अगर यह योजना सच है, तो यह “राज्य प्रायोजित आतंकवाद” का घृणित उदाहरण है। ईरान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने की चेतावनी दी है।
अंतरराष्ट्रीय असर
इस खुलासे से पश्चिम एशिया की राजनीति में हलचल मच गई है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह योजना अंजाम तक पहुंचती, तो पूरे क्षेत्र में हिंसा की आग भड़क सकती थी।