
📌 पूरी खबर विस्तार से (क्राइम रिपोर्टिंग अंदाज़ में):
बलिया (उत्तर प्रदेश):
जहां मेरठ की मुस्कान ने अपने पति को मारकर शव को ड्रम में छिपा दिया था, वहीं बलिया की माया ने तो क्रूरता में उससे भी दो कदम आगे निकल गई। 62 वर्षीय देवेंद्र राम, जो कि सीमा सड़क संगठन से रिटायर्ड इलेक्ट्रिशियन थे, की माया देवी नाम की महिला ने अपने तीन प्रेमियों के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी।
💔 हत्या की योजना और क्रियान्वयन:
- घटना 8 मई 2025 को हुई जब माया ने पहले अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
- पुलिस जांच में CCTV फुटेज, मोबाइल लोकेशन और स्थानीय मुखबिरों से मिली सूचना ने पूरे मामले की परतें खोल दीं।
- माया और उसके प्रेमी मिथिलेश पटेल, अनिल यादव और सतीश यादव ने मिलकर देवेंद्र की हत्या की।
- हत्या के बाद शव को 6 टुकड़ों में काटा गया।
- सिर को घाघरा नदी में फेंका गया, जबकि बाकी हिस्सों को झाड़ियों और नालों में अलग-अलग स्थानों पर फेंका गया ताकि सबूत न मिले।
👮♂️ पुलिस जांच में खुलासा:
- बलिया एसपी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने 72 घंटे के भीतर मामले को सुलझा लिया।
- हत्या में प्रयुक्त हथियार, खून से सने कपड़े और शव के अधिकांश हिस्से बरामद कर लिए गए हैं।
- चारों आरोपी अब न्यायिक हिरासत में हैं और माया देवी ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल लिया है।
🧠 हत्या के पीछे की वजह:
- माया का तीन पुरुषों के साथ अवैध संबंध थे।
- पति को जब इसका पता चला तो वह माया को रोकने की कोशिश करता था।
- इसी के चलते माया ने प्रेमियों के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
🧱 सामाजिक प्रभाव और सवाल:
- यह मामला सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक विघटन, वैवाहिक विश्वासघात, और मानवता के पतन का गंभीर उदाहरण है।
- सवाल उठते हैं:
- क्या समाज में पारिवारिक ताना-बाना इस हद तक कमजोर हो चुका है?
- क्या कानून से डरना अब खत्म हो गया है?
- रिश्तों में भरोसा कब खत्म होने लगता है?