
भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि देश किस दिशा में अग्रसर है और भविष्य में हमें किन रणनीतिक कदमों की आवश्यकता होगी। यह बयान उन्होंने वार्षिक बिजनेस समिट – 2025 के उद्घाटन सत्र में दिया।
एयर चीफ मार्शल ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने हमें फिर से एक बार यह बता दिया है कि हम कहां जा रहे हैं और भविष्य में हमें क्या चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे यकीन है कि जैसे हम अब तक चुनौती का सामना करने में कामयाब रहे हैं, वैसे ही भविष्य में भी हम एक राष्ट्र के रूप में अपने मकसद को हासिल करने में सक्षम होंगे।”
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि युद्ध की प्रकृति बदल रही है और नई तकनीकें युद्ध के मैदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इस संदर्भ में, उन्होंने उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) के विकास में निजी उद्योग की भागीदारी की सराहना की, जिसे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि सेना, नौसेना, वायुसेना, विभिन्न एजेंसियां, उद्योग और डीआरडीओ सभी एक बड़ी श्रृंखला की कड़ियां हैं, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारा समूह कमजोर न हो, जिससे यह श्रृंखला टूट जाए।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी भारतीय रक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले 10-11 वर्षों में सरकार की कई पहलों के चलते, भारत का रक्षा उत्पादन 43,746 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,46,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जो आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय वायुसेना और रक्षा मंत्रालय ऑपरेशन सिंदूर को न केवल एक सैन्य अभियान के रूप में, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानते हैं।