
मेरठ हत्याकांड: 1400 पन्नों की चार्जशीट और 36 गवाहों के बयान, तंत्र-मंत्र नहीं, असल कारण था प्यार और धोखा
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुए सौरभ राजपूत हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। पुलिस ने इस मामले में लगभग 1400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 36 गवाहों के बयान शामिल हैं। चार्जशीट में यह स्पष्ट किया गया है कि सौरभ की हत्या तंत्र-मंत्र के कारण नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई थी।
हत्या की योजना और कारण:
सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने मिलकर सौरभ की हत्या की योजना बनाई थी। मुस्कान और साहिल का अवैध संबंध 2019 से चल रहा था, और सौरभ को इसके बारे में 2021 में पता चला था। इसके बाद, सौरभ ने तलाक की अर्जी दी थी, लेकिन परिवार के दबाव में वह वापस लौट आया। हत्या की पहली कोशिश फरवरी 2025 में की गई थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। अंततः, 3 मार्च 2025 को सौरभ की हत्या कर दी गई। मुस्कान और साहिल ने सौरभ को नशीली दवा दी, फिर चाकू से वार करके उसकी हत्या की और शव के तीन टुकड़े कर सीमेंट से भरे ड्रम में डाल दिए।
पुलिस की जांच और खुलासे:
पुलिस ने जांच के दौरान साहिल के कमरे से तंत्र-मंत्र से संबंधित प्रतीक, लाल और काले रंग के चिह्न, और अन्य संदिग्ध वस्तुएं बरामद की थीं। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इन सबका हत्या से कोई संबंध नहीं था, और यह सब केवल साक्ष्य को भ्रमित करने के लिए किया गया था। पुलिस ने यह भी बताया कि हत्या की योजना पहले से बनाई गई थी और इसे अंजाम देने के लिए दोनों ने मिलकर काम किया था।
निष्कर्ष:
यह मामला यह दर्शाता है कि कभी-कभी अपराधों के पीछे के कारण तंत्र-मंत्र या अंधविश्वास नहीं, बल्कि मानवीय भावनाएँ और रिश्तों में विश्वासघात होते हैं। पुलिस की तत्परता और साक्ष्य एकत्रित करने की क्षमता ने इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश किया।