
यूक्रेन और रूस के बीच 2014 से ही तनाव चला आ रहा है, जब रूस ने क्रीमिया क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। पश्चिमी देशों और NATO (North Atlantic Treaty Organization) ने इस कदम की आलोचना की और यूक्रेन को अपना समर्थन दिया। 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर शुरू किए गए पूर्ण युद्ध ने वैश्विक राजनीति को हिला कर रख दिया।
🗣️ ट्रंप ने क्या कहा?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 में फिर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया इंटरव्यू में ये बातें कहीं:
- “क्रीमिया हमेशा से रूस का हिस्सा था और वही रहेगा।”
- “यूक्रेन को नाटो में शामिल करने की बात बेवकूफी है। इससे युद्ध और बिगड़ेगा।”
- “अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो ये युद्ध होता ही नहीं।”
- “ज़ेलेंस्की ने नाटो में शामिल होने की ज़िद करके सब खराब कर दिया।”
🔥 ओबामा पर निशाना:
ट्रंप ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने 2014 में क्रीमिया को रूस को “सौंप” दिया, जबकि उन्हें सख्त कदम उठाने चाहिए थे।
🤝 पुतिन से मिलने की बात:
ट्रंप ने यह भी कहा कि वो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत के लिए तैयार हैं और उन्होंने संकेत दिया कि यह बैठक सऊदी अरब में हो सकती है। उनका दावा है कि वह इस युद्ध को “24 घंटे में खत्म” कर सकते हैं।
🌐 वैश्विक प्रतिक्रियाएं:
🇺🇦 यूक्रेन की प्रतिक्रिया:
यूक्रेनी अधिकारियों ने ट्रंप के बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि क्रीमिया यूक्रेन का अभिन्न हिस्सा है और किसी भी बाहरी नेता को यह तय करने का अधिकार नहीं है कि वह किस संगठन का सदस्य बने या नहीं।
🇪🇺 यूरोपियन यूनियन और NATO की प्रतिक्रिया:
यूरोपीय देशों ने ट्रंप के बयान को “यूक्रेन की संप्रभुता के विरुद्ध” बताया और चेतावनी दी कि इस तरह की बयानबाज़ी रूस को प्रोत्साहित करती है।