
यह घटना 10 मई 2025 की है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच 86 घंटे की भारी गोलीबारी के बाद एक नया संघर्षविराम समझौता लागू हुआ था। यह समझौता शनिवार शाम 5 बजे से प्रभावी हुआ, लेकिन पाकिस्तान ने केवल चार घंटे के भीतर ही इसका उल्लंघन कर दिया। जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी ड्रोन हमले और गोलाबारी की गई। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब अमेरिका, सऊदी अरब और तुर्की की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की कोशिशें हो रही थीं।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की इस हरकत का कड़ा जवाब दिया और पूरे सीमा क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इस उल्लंघन ने न केवल शांति प्रयासों को कमजोर किया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान की ओर से शांति बनाए रखने की कोई गंभीर मंशा नहीं दिख रही है, और इस तरह की घटनाएं क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा हैं।