
इंदौर के रहने वाले नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी (30 वर्ष) और सोनम रघुवंशी (27 वर्ष) का मेघालय यात्रा के दौरान सोहरा (चेरापूंजी) क्षेत्र में अचानक लापता हो जाना पूरे देश में चिंता का विषय बन गया है। यह जोड़ा अपनी हनीमून ट्रिप पर मेघालय गया था और आखिरी बार 23 मई को अपने परिवार से संपर्क में था।
अगले ही दिन, 24 मई को इनका किराए पर लिया गया स्कूटर और एक बैग ओसारा हिल्स, सोहरा के पास परित्यक्त अवस्था में मिला। यह इलाका अपेक्षाकृत असुरक्षित माना जाता है और पर्यटकों के लिए कठिन भूगोल वाला है।
🔎 तलाश अभियान:
मामले की गंभीरता को देखते हुए मेघालय पुलिस, स्थानीय प्रशासन और अब CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) भी इस खोज में जुट गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेघालय के मुख्यमंत्री कॉर्नाड संगमा से इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप की अपील की है।
परिवार की तरफ़ से ₹5 लाख का इनाम घोषित किया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति जो इस कपल के बारे में जानकारी दे सके, आगे आए। हालांकि अभी तक कोई पुख्ता सुराग नहीं मिल पाया है।
🧭 लापरवाही और सवाल:
परिजनों का आरोप है कि मामले में शुरू से ही लापरवाही बरती गई।
- स्थानीय गाइड्स से पूछताछ नहीं हुई
- घटना क्षेत्र में पर्याप्त सर्च नहीं किया गया
- लगातार संपर्क करने के बावजूद अधिकारियों का रवैया धीमा रहा
परिवार ने केंद्र और राज्य सरकार से अपील की है कि ड्रोन, ट्रैकर्स, और विशेषज्ञ पर्वतारोही टीमों को तैनात किया जाए ताकि समय पर कुछ ठोस पता चल सके।
🗣️ परिवार की पीड़ा:
राजा रघुवंशी के भाई ने मीडिया से कहा,
“हम हर दिन डर और उम्मीद के बीच जी रहे हैं। सरकार को जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, वरना यह केस भी बाकी लापता मामलों की तरह ठंडा पड़ जाएगा।”
📌 निष्कर्ष:
राजा और सोनम की गुमशुदगी सिर्फ एक पारिवारिक त्रासदी नहीं, बल्कि देशभर के पर्यटकों के लिए सुरक्षा और प्रशासनिक सतर्कता का सवाल भी है। सरकार की ओर से कार्रवाई तेज़ की गई है, लेकिन इस कहानी का सुखद अंत अभी अधूरा है।