
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को ब्रह्मोस एकीकरण और परीक्षण सुविधा का उद्घाटन करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने संयम और पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तान के विभिन्न सैन्य ठिकानों पर सटीक प्रहार किया, जिससे रावलपिंडी स्थित पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय तक भारतीय सेना की धमक महसूस हुई। राजनाथ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और आने वाले समय में इस पर और जानकारी साझा की जाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस सैन्य कार्रवाई के माध्यम से भारत ने अपने वीर जवानों के बलिदान का इंसाफ़ दिलाने का काम किया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है “जीरो टॉलरेंस”, और इसी सिद्धांत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाओं ने दुश्मन को करारा जवाब दिया है।
राजनाथ सिंह ने बताया कि यह हमला न केवल एक सामरिक कदम था बल्कि एक रणनीतिक सन्देश भी था, जो सीधे पाकिस्तान की सेना के हेडक्वार्टर रावलपिंडी तक पहुंचा। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की यह कार्यवाही संयम, पराक्रम और नीति का प्रतीक है।
🔴 उन्होंने कहा:
“हमने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि भारत अब आतंक का जवाब चुपचाप नहीं देगा। हमारी सेना ने संयम के साथ-साथ पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तान के आतंकी ढाँचों पर सटीक प्रहार किए।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को ब्रह्मोस मिसाइल के इंटीग्रेशन और टेस्टिंग फैसिलिटी का उद्घाटन करते हुए इसे एक ऐतिहासिक दिन बताया। इस मौके पर उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी जिक्र किया और कहा कि भारत ने अब आतंकवाद को बर्दाश्त न करने की नीति पर अमल करते हुए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है।
राजनाथ सिंह ने कहा:
“आज का दिन बहुत खास है। हमने आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है। हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए एक शक्तिशाली और सटीक जवाब देकर भारत की सामरिक क्षमता को सिद्ध कर दिया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के पास अब स्वदेशी और विश्वसनीय मिसाइल प्रणाली है, जो किसी भी खतरे का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम भारत की आधुनिक तकनीक और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुका है।