
भारत सरकार ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें अब Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है, जिसमें CRPF के 15 से अधिक सशस्त्र कमांडो शामिल हैं। ये जवान 24×7 उनके साथ रहेंगे — चाहे वह दिल्ली में हों या देश के किसी अन्य हिस्से में।
इसके अतिरिक्त, उनकी सुरक्षा में एक बुलेटप्रूफ वाहन भी शामिल किया गया है, जिससे यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा और मज़बूत हो सके। यह निर्णय खुफिया रिपोर्टों और राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। खासकर पाकिस्तान से जुड़ी गतिविधियों और “ऑपरेशन सिंदूर” जैसे मामलों के संदर्भ में यह कड़ा कदम उठाया गया है।
🔍 सुरक्षा में बदलाव क्यों?
- हाल ही में कुछ विदेशी और घरेलू खुफिया एजेंसियों ने डॉ. जयशंकर की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी।
- विदेश मंत्रालय से जुड़े वरिष्ठ पद पर होने के कारण वे कई संवेदनशील वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- उनकी सार्वजनिक उपस्थिति और बयानों के चलते वे संभावित सुरक्षा लक्ष्यों में शामिल हो गए हैं।
🧾 पहले क्या था, अब क्या है?
- पहले डॉ. जयशंकर को दिल्ली पुलिस द्वारा सामान्य सुरक्षा प्राप्त थी।
- अब उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की विशेष कमांडो टीम की सुरक्षा प्राप्त है।
- उनकी कार रूटिंग, यात्रा योजनाएं, और सार्वजनिक कार्यक्रम अब नए सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत होंगी।